उदयपुर. शहर में हाईकोर्ट की मांग को लेकर एक बार फिर वकीलों ने कार्य का बहिष्कार करते हुए शनिवार को विरोध प्रकट (advocates protest in udaipur) किया. इस दौरान बड़ी संख्या में वकील मुख्य गेट पर ताला लगा कर विरोध प्रकट करते हुए दिखे. कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर के बीच वकीलों के इस प्रदर्शन ने अचानक शासन और प्रशासन की सांसे फुला दी हैं. प्रदर्शन में बड़ी संख्या में वकीलों ने मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बातचीत के दौरान अधिवक्ताओं ने बताया कि पिछले 40 साल से हाईकोर्ट बेंच की मांग की जा रही है. लेकिन मामले पर राज्य सरकार अपना रुख लचीला बनाए हुए है.
कांग्रेस के चिंतन शिविर के बीच प्रदर्शन की चेतावनी- अधिवक्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए कोर्ट के मुख्य गेट के बाहर काली पटिया बांधकर विरोध जताया. इस बीच उन्होंने कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर के बीच जाकर प्रदर्शन करने की चेतावनी (advocates protest in udaipur) भी दी है. वहीं बार एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरजा शंकर मेहता ने बताया कि हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात भी की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया.
पढ़ें. जोधपुर : वकीलों का प्रदर्शन, एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग
40 साल से उदयपुर में हाईकोर्ट बेंच की मांग- अधिवक्ताओं ने शनिवार को न्यायालय गेट के बाहर धरने पर बैठकर विरोध जताया. ऐसे में नव संकल्प शिविर के बीच अधिवक्ताओं का यह प्रदर्शन पुलिस प्रशासन के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया है. अधिवक्ता राजस्थान के उदयपुर में हाईकोर्ट बेंच खोलने के लिए लेकर पिछले 40 साल से लगातार मांग कर (advocates protesting for highcourt in Udaipur) रहे हैं. लेकिन किसी भी सरकार ने इसकी सुध नहीं ली.