उदयपुर. जिले में छात्रसंघ चुनाव संपन्न हो गए लेकिन चुनाव के दौरान हुए हंगामे अब छात्रों के लिए परेशानी का का सबब बनते जा रहे हैं. पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मयूरध्वज सिंह और भवानी शंकर बोरीवाल अपने समर्थकों के साथ जिला कलेक्टरी पहुंचे जहां उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के खिलाफ मारपीट के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की.
दरअसल, मतगणना के दौरान पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मयूरध्वज सिंह और भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष गजेंद्र भंडारी के बीच हाथापाई की बात सामने आई थी. इस बाबत गुरुवार को सुखाड़िया विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रहे मयूरध्वज सिंह चौहान और भवानी शंकर बोरीवाल अपने समर्थकों के साथ जिला कलेक्ट्री पर पहुंचे. उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष गजेंद्र भंडारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. बता दें कि मयूरध्वज सिंह ने इस बार एबीवीपी को समर्थन किया है. लेकिन भारतीय जनता युवा मोर्चा पूरी तरह एबीवीपी के प्रत्याशी को समर्थन नहीं दे रहे थे.
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प्रदर्शन करने पहुंचे छात्रों का आरोप है कि गजेंद्र भंडारी रंजिश रखते है. जिसके चलते बुधवार को इनके गुटों ने आपस में जानबूझकर झगड़ा किया. इन लोगों ने गजेंद्र भंडारी का हथियार का लाइसेंस निरस्त करने की मांग के साथ उसकी हिस्ट्रीशीट खोलने की मांग भी की.
बता दें कि सुखाड़िया विश्वविद्यालय में संपन्न हुए छात्रसंघ चुनाव में इस बार गजेंद्र भंडारी के गुट के उम्मीदवार को एबीवीपी ने प्रत्याशी नहीं बनाया था. ऐसे में बीजेपी युवा मोर्चा की टीम निखिल राज को समर्थन खुलकर नहीं दे रही थी. वहीं पूरे मामले पर गजेंद्र भंडारी की ओर से प्रतापनगर थाने में मुकदमा भी दर्ज करवाया गया है.