श्रीगंगानगर. जल है तो कल है, ईटीवी भारत की ओर से शुरू किया गया जल संरक्षण अभियान काफी कारगर साबित हुआ है. एक साल पहले ईटीवी भारत ने तालाब खुदाई अभियान की शुरुआत की थी. अभियान के तहत ईटीवी भारत ने ग्रामीणों को 'जल ही जीवन है' का नारा देते हुए जल का महत्व समझाया था. बिन पानी सब सून के स्लोगन पर ईटीवी भारत ने लोगों को जागृत करते हुए बताया था कि अगर हमारे प्राचीन जल स्रोत नहीं रहेंगे तो आने वाले दिनों में पेयजल की बड़ी किल्लत का सामना करना पड़ेगा.
Etv Bharat ने ग्रामीणों को समझाया पानी का महत्व...
इस अभियान में ईटीवी भारत ने तालाब खुदाई का कार्य करके ग्रामीणों को जल संरक्षण का महत्व समझाया था. जिसके बाद ग्रामीणों ने तालाब खुदाई के लिए श्रमदान करते हुए जल बचाने के लिए प्रण लिया था. अभियान के तहत ईटीवी भारत ने 27 जीजी ग्राम पंचायत के 8 जी और साधुवाली ग्राम पंचायत में तालाब खुदाई का अभियान चलाया.
अभियान में ग्रामीणों के श्रमदान से तालाब खुदाई अभियान सफल रहा था. ग्रामीणों के सहयोग से दोनों ही जगहों पर तालाब की खुदाई की गई. ईटीवी भारत की ओर से साधुवाली ग्राम पंचायत में तालाब खुदाई का कार्य स्कूल के बाहर एक प्राचीन तालाब में हुआ. यहां लोगों को साथ जोड़कर ईटीवी भारत ने तालाब की खुदाई की थी. जिसके बाद कुछ पौधे भी लगाए गए थे.
तालाब में आज भी हो रहा जल संरक्षण...
जल संरक्षण के लिए ईटीवी भारत की ओर से जिस तालाब की खुदाई की गई थी, उस तालाब का अस्तित्व एक साल बाद भी उसी रूप में कायम है. ईटीवी भारत के जल संरक्षण अभियान में हुई तालाब खुदाई काफी कारगर साबित नजर आई है. यहां लोगों की ओर से स्वयं के लिए तो तालाब से पानी काम में नहीं लिया जा रहा है, लेकिन ईटीवी भारत की ओर से खोदे गए तालाब से पशु-पक्षी जरूर पानी पीते हैं.
बता दें कि इस तालाब में बारिश का पानी रुका हुआ है. तलाब से आस-पास के जानवर अब हर समय पानी पीते रहते हैं. ग्रामीण भी अपने पालतू पशुओं को यहां पानी पिलाने के लिए लाते हैं. जब भी बारिश होती है तालाब में पानी इकट्ठा होता है और फिर यही पानी ग्रामीणों और पशुओं के पीने के काम आता है.
तालाब के पानी आ रहा ग्रामीणों और पशुओं के काम...
ईटीवी भारत ने जब तालाब का जायजा लिया तो यहां पशु तालाब के आस-पास पानी पीते नजर आए. यहां पशु आस-पास के एरिया में घास चरने के बाद पानी पीने आते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि ईटीवी भारत ने जो जल सरंक्षण में तालाब खुदाई अभियान एक साल पहले शुरू किया था उससे ग्रामीण काफी प्रेरित हुए हैं. ग्रामीण अब पानी की कमी होने पर अक्सर अपने पशुओं को पानी पिलाने के लिए इसी तालाब में लेकर जाते हैं. जहां बारिश से एकत्रित पानी पशु पीते हैं.
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गांव के किसान अमर सिंह बताते हैं कि पिछले साल ईटीवी भारत ने जो तालाब खुदाई का कार्य शुरू किया था उसमें बारिश का जो पानी एकत्रित हुआ है उस पानी को गांव के लोग पीने के काम में तो नहीं लेते हैं, लेकिन पशुओं को पिलाने और दूसरे कार्यों के लिए इस तालाब का पानी मुश्किल के समय में काम में लिया जाता है. जिससे लोगों को काफी फायदा मिल रहा है. वहीं, तालाब खुदाई के क्षेत्र में आने वाले समय में पानी का लेवल ऊपर आएगा जो कि एक बड़ा सुखद अनुभव होगा. वर्तमान में ग्राउंड लेवल काफी नीचे जा रहा है. ऐसे में इस प्रकार की ईटीवी भारत की मुहिम से तालाब खुदाई कर पानी का लेवल सही किया जा सकता है.