ETV Bharat / city

श्रीगंगानगर : स्वच्छता अभियान के तहत मॉडल गांव विकसित करेगी जिला परिषद, ये है मास्टर'प्लान'

स्वच्छता अभियान के तहत गांवों को आदर्श गांव के रूप में विकसित किया जाएगा. अभियान के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में दो गड्ढों वाले शौचालय बनाए जाएंगे, जिससे गांव में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करके गांव को आदर्श गांव बनाया जा सके.

अभियान गांवों का आदर्श गांव के रुप में विकसित करने का
author img

By

Published : May 27, 2019, 6:06 PM IST

श्रीगंगानगर. स्वच्छता अभियान के तहत जिला परिषद अब जिले भर की पंचायतों में मॉडल गांव विकसित करेगी. जिसमें एसएलआरएम प्रोजेक्ट के तहत गांव में ठोस कचरा संग्रहण किया जाएगा. योजना के अनुसार गांव से साइकिल, रिक्शा, ई-रिक्शा के द्वारा कर्मचारी कचरा संग्रहण करेंगे. स्वच्छता में मॉडल गांव बनाने के लिए प्रत्येक गांव में 12 लोगों को 10 दिनों के लिए रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा. एकत्रित होने वाले ऑर्गेनिक कचरे को अलग से निकालकर इस्तेमाल किया जाएगा.

अभियान गांवों का आदर्श गांव के रुप में विकसित करने का

सीईओ सौरव स्वामी के अनुसार कचरा संग्रहण के लिए घरों में दो प्रकार की बाल्टियां हों, इसके लिए ग्रामीणों को प्ररित किया जाएगा. साथ ही हर गांव में स्वच्छता ग्राही भी बनाए जाएंगे जो घरों में जाकर लोगों को कचरे के बारे में जानकारी देंगे और कचरा इकट्ठा करने के लिए उन्हें समझाएंगे. कचरा संग्रहण करने वाले कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड निश्चित किया गया है, साथ ही कचरे को बेचने की व्यवस्था भी की गई है. कचरे से जो आमदनी होगी वह स्वच्छताग्राही अपने पास रख सकेंगे.

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौरभ स्वामी ने कहा कि सरकार की योजना के तहत स्वच्छता अभियान को लगातार जारी रखा जाएगा. इसमें मॉडल गांव भी बनाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत अब ग्रामीण क्षेत्रों में दो गड्ढों वाले शौचालय बनाए जाएंगे, जिससे गांव में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करके गांव को आदर्श गांव बनाया जाए. आगे बताया कि संबंधित ग्राम पंचायत गांव में घर-घर कचरा संग्रहण के लिए रिक्शा एवं चालक की व्यवस्था करें. प्रत्येक ग्राम पंचायत को स्वच्छता मिशन के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा बीस-बीस लाख रुपए की राशि भी उपलब्ध करवाई जाएगी.

श्रीगंगानगर. स्वच्छता अभियान के तहत जिला परिषद अब जिले भर की पंचायतों में मॉडल गांव विकसित करेगी. जिसमें एसएलआरएम प्रोजेक्ट के तहत गांव में ठोस कचरा संग्रहण किया जाएगा. योजना के अनुसार गांव से साइकिल, रिक्शा, ई-रिक्शा के द्वारा कर्मचारी कचरा संग्रहण करेंगे. स्वच्छता में मॉडल गांव बनाने के लिए प्रत्येक गांव में 12 लोगों को 10 दिनों के लिए रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा. एकत्रित होने वाले ऑर्गेनिक कचरे को अलग से निकालकर इस्तेमाल किया जाएगा.

अभियान गांवों का आदर्श गांव के रुप में विकसित करने का

सीईओ सौरव स्वामी के अनुसार कचरा संग्रहण के लिए घरों में दो प्रकार की बाल्टियां हों, इसके लिए ग्रामीणों को प्ररित किया जाएगा. साथ ही हर गांव में स्वच्छता ग्राही भी बनाए जाएंगे जो घरों में जाकर लोगों को कचरे के बारे में जानकारी देंगे और कचरा इकट्ठा करने के लिए उन्हें समझाएंगे. कचरा संग्रहण करने वाले कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड निश्चित किया गया है, साथ ही कचरे को बेचने की व्यवस्था भी की गई है. कचरे से जो आमदनी होगी वह स्वच्छताग्राही अपने पास रख सकेंगे.

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौरभ स्वामी ने कहा कि सरकार की योजना के तहत स्वच्छता अभियान को लगातार जारी रखा जाएगा. इसमें मॉडल गांव भी बनाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत अब ग्रामीण क्षेत्रों में दो गड्ढों वाले शौचालय बनाए जाएंगे, जिससे गांव में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करके गांव को आदर्श गांव बनाया जाए. आगे बताया कि संबंधित ग्राम पंचायत गांव में घर-घर कचरा संग्रहण के लिए रिक्शा एवं चालक की व्यवस्था करें. प्रत्येक ग्राम पंचायत को स्वच्छता मिशन के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा बीस-बीस लाख रुपए की राशि भी उपलब्ध करवाई जाएगी.

Intro:श्रीगंगानगर जिला परिषद अब जिले भर की पंचायतों में स्वच्छता अभियान के तहत गांवों को मॉडल गांव के रूप में विकसित करेगी। जिसमें एसएलआरएम प्रोजेक्ट के तहत गांव में ठोस कचरा संग्रहण किया जाएगा। योजना के तहत गांव से साइकिल, रिक्शा,ई-रिक्शा के द्वारा कर्मचारी कचरा संग्रहण किया जाएगा। यही नहीं गांव को स्वच्छता के रूप में मॉडल गांव बनाने के लिए प्रत्येक गांव में 12 लोगों को 10 दिनों के लिए रोजगार भी दिया जाएगा। गांव के घरों से एकत्रित करने वाले ऑर्गेनिक कचरे को अलग से निकालकर इस्तेमाल किया जाएगा।


Body:कचरा संग्रहण करने के लिए घरों में दो प्रकार की बाल्टीया रखावाई जाएगी, जिसमें कचरा डाला जाएगा। साथ ही हर गांव में स्वच्छता ग्राही भी बनाए जाएंगे जो घरों में जाकर लोगों को कचरे के बारे में जानकारी देंगे और कचरा इकट्ठा करने के लिए उन्हें समझाएंगे। वही कचरा एकत्रित करने के लिए रिक्शा रोजाना घरों में जाएगा और हर घर से कचरा लाएगा। कचरा संग्रहण करने वालों को ड्रेस में रहना होगा। गांव के घरों से निकलने वाला कचरा अलग-अलग संग्रहण किया जाएगा और कचरा एकत्रित करने के बाद उस कचरे को इकट्ठा करके बेचा जाएगा। कचरे को बेचने के बाद जो पैसे आएंगे वह स्वच्छताग्राही अपने पास रखेंगे। इस प्रकार से गांव को स्वच्छता के रूप में मॉडल गांव बनाकर विकसित किया जाएगा। सौरभ स्वामी ने कहा कि सरकार की योजना के तहत स्वच्छता अभियान को लगातार जारी रखा जाएगा,इसमें मॉडल गांव भी बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत अब ग्रामीण क्षेत्रों में दो गड्ढो वाले शौचालय बनाए जाएंगे जिससे गांव में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करके गांव को आदर्श गांव बनाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि संबंधित ग्राम पंचायत गांव में भी घर-घर कचरा संग्रहण के लिए रिक्शा एवं चालक की व्यवस्था करें। प्रत्येक ग्राम पंचायत को स्वच्छता मिशन के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा बीस-बीस लाख रुपए की राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।

बाइट : सौरभ स्वामी,सीईओ,जिला परिषद श्रीगंगानगर


Conclusion:स्वच्छता से बनेंगे आदर्श गांव।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.