श्रीगंगानगर. शुक्रवार शाम से लगे कर्फ्यू के बाद शहर के सभी धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया है. इसके बाद से संबंधित क्षेत्र से आवाजाही करने वाले श्रद्धालु मंदिर गुरुद्वारों के बाहर से ही मत्था टेककर कामना कर रहे हैं. विनोबा बस्ती स्थित दुर्गा मंदिर समिति के प्रधान ने बताया कि कर्फ्यू के बाद मंदिर का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया है. शनिवार सुबह व रविवार को मंदिर के तीन पुजारियों ही आरती करेंगे.
किसी भी श्रद्धालुओं को मंदिर में आने की इजाजत नहीं है. मुख्य द्वार के पास ही दान पत्र रखा गया है, ताकि श्रद्धालु प्रसाद व दान राशि इसमें डाल सके. दुर्गा मंदिर में चल रहे नवरात्रों पर अक्सर माता के दरबार में भीड़ देखी जाती है, लेकिन करोना को देखते हुए 2 दिन के लगाए गए कर्फ्यू के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं, ताकि मंदिर में किसी प्रकार की भीड़ ना हो सके.
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इसी प्रकार गुरुद्वारों में भी शाम 5 बजे की समाप्ति की अरदास करवा दी गई. जी ब्लॉक स्थित गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार के सेवादारों ने प्रकाश किया व अरदास की. कर्फ्यू के कारण संगत की गुरु घर में आवाजाही बेहद कम हो गई. इसके बावजूद कोरोना गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना की जा रही है.
2 दिन के लगे कर्फ्यू के बाद शहर के तमाम गुरुद्वारों में किसी प्रकार की भीड़ नहीं की जाएगी. जिला प्रशासन ने धार्मिक स्थलों को चिन्हित कर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि धार्मिक स्थलों के कपाट नहीं खोले जाएंगे. वहीं धार्मिक स्थलों में किसी प्रकार की लंगर भोजन पानी की व्यवस्था भी नहीं की जाएगी, ताकि बढ़ते करोना पर रोक लगाई जा सके.