श्रीगंगानगर. शहर में गली, सड़कों, सरकारी भूमि पर हुए कब्जों को हटाने और बेसहारा आवारा पशुओं की उचित व्यवस्था कर नंदी शाला में पहुंचाने, बेघरों को घर देने सहित तीन सूत्री मांगों को लेकर जागरूक लोगों ने नगर परिषद के बाहर धरना शुरू किया.
बता दें कि सड़कों, चबूतरो, वार्डों और अन्य सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे तोड़ने के लिए उच्च न्यायालय की ओर से जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए शहर में अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे. मगर दो साल बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाये गए हैं.
हाईकोर्ट आदेश की ओर से तय समय सीमा समाप्त होने के उपरांत भी बड़ी संख्या में अवैध कब्जे सलामत है. नगरपरिषद ऐसे अतिक्रमणों को हटाने में रुचि नहीं ले रही है. वहीं, सड़कों, चबूतरो, फुटपाथ और सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे वर्तमान में तेजी से हो रहे हैं.
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वहीं, ऐसे में कब्जों को रोका जाए और अवैध कब्जों के स्थान पर नाली व सड़कें बनाकर बची हुई संकरी सड़कों को चौड़ा किया जाए ताकि टूटे हुए कब्जों का लाभ राहगीरों और आम जनता को मिल सके. इसी तरह शहर की सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं को गौशालाओं एवं नगर परिषद की नंदी शाला में भेजा जाए, ताकि किसानों का नुकसान और सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके.