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श्रीगंगानगर: आवारा पशुओं और अतिक्रमण के खिलाफ लोगों ने किया प्रदर्शन

श्रीगंगानगर में हाईकोर्ट आदेश के बाद भी शहर में अतिक्रमण नहीं हटाने व आवारा पशुओं को पकड़ने सहित 3 सूत्री मांगों को लेकर जागरूक लोगों ने नगर परिषद के बाहर धरना शुरू किया है. इन लोगों ने चेतावनी दी है कि नगर परिषद ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जल्द शुरू नहीं की तो आंदोलन को तेज किया जाएगा.

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Published : Oct 14, 2019, 11:55 PM IST

श्रीगंगानगर की खबर, Encroachment on the city

श्रीगंगानगर. शहर में गली, सड़कों, सरकारी भूमि पर हुए कब्जों को हटाने और बेसहारा आवारा पशुओं की उचित व्यवस्था कर नंदी शाला में पहुंचाने, बेघरों को घर देने सहित तीन सूत्री मांगों को लेकर जागरूक लोगों ने नगर परिषद के बाहर धरना शुरू किया.

बता दें कि सड़कों, चबूतरो, वार्डों और अन्य सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे तोड़ने के लिए उच्च न्यायालय की ओर से जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए शहर में अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे. मगर दो साल बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाये गए हैं.

श्रीगंगानगर में मांगों को लेकर लोगों ने किया धरना

हाईकोर्ट आदेश की ओर से तय समय सीमा समाप्त होने के उपरांत भी बड़ी संख्या में अवैध कब्जे सलामत है. नगरपरिषद ऐसे अतिक्रमणों को हटाने में रुचि नहीं ले रही है. वहीं, सड़कों, चबूतरो, फुटपाथ और सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे वर्तमान में तेजी से हो रहे हैं.

पढ़ें- 2019 में अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार

वहीं, ऐसे में कब्जों को रोका जाए और अवैध कब्जों के स्थान पर नाली व सड़कें बनाकर बची हुई संकरी सड़कों को चौड़ा किया जाए ताकि टूटे हुए कब्जों का लाभ राहगीरों और आम जनता को मिल सके. इसी तरह शहर की सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं को गौशालाओं एवं नगर परिषद की नंदी शाला में भेजा जाए, ताकि किसानों का नुकसान और सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके.

श्रीगंगानगर. शहर में गली, सड़कों, सरकारी भूमि पर हुए कब्जों को हटाने और बेसहारा आवारा पशुओं की उचित व्यवस्था कर नंदी शाला में पहुंचाने, बेघरों को घर देने सहित तीन सूत्री मांगों को लेकर जागरूक लोगों ने नगर परिषद के बाहर धरना शुरू किया.

बता दें कि सड़कों, चबूतरो, वार्डों और अन्य सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे तोड़ने के लिए उच्च न्यायालय की ओर से जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए शहर में अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे. मगर दो साल बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाये गए हैं.

श्रीगंगानगर में मांगों को लेकर लोगों ने किया धरना

हाईकोर्ट आदेश की ओर से तय समय सीमा समाप्त होने के उपरांत भी बड़ी संख्या में अवैध कब्जे सलामत है. नगरपरिषद ऐसे अतिक्रमणों को हटाने में रुचि नहीं ले रही है. वहीं, सड़कों, चबूतरो, फुटपाथ और सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे वर्तमान में तेजी से हो रहे हैं.

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वहीं, ऐसे में कब्जों को रोका जाए और अवैध कब्जों के स्थान पर नाली व सड़कें बनाकर बची हुई संकरी सड़कों को चौड़ा किया जाए ताकि टूटे हुए कब्जों का लाभ राहगीरों और आम जनता को मिल सके. इसी तरह शहर की सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं को गौशालाओं एवं नगर परिषद की नंदी शाला में भेजा जाए, ताकि किसानों का नुकसान और सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके.

Intro:श्रीगंगानगर : हाईकोर्ट आदेश के बाद भी शहर में अतिक्रमण नहीं हटाने व आवारा पशुओं को पकड़ने सहित 3 सूत्री मांगों को लेकर जागरूक लोगों ने नगर परिषद के बाहर धरना शुरू किया है। इन लोगों ने चेतावनी दी है कि नगर परिषद ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जल्दी शुरू नहीं की तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।




Body:शहर में गली,सड़कों,सरकारी भूमि पर हुए कब्जों को हटाने तथा बेसहारा आवारा पशुओं की उचित व्यवस्था कर नंदी शाला में पहुंचाने,बेघरों को घर देने सहित तीन सूत्री मांगों को लेकर जागरूक लोगों ने नगर परिषद के बाहर धरना शुरू किया है। सड़कों,चबूतरो व वार्डों में अन्य सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे तोड़ने के लिए उच्च न्यायालय द्वारा जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए शहर में अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे,मगर दो साल बाद भी अतिक्रमण नही हटाये गए है।हाईकोर्ट आदेश द्वारा
तय समय सीमा समाप्त होने के उपरांत भी बड़ी संख्या में अवैध कब्जे सलामत है।नगरपरिषद ऐसे अतिक्रमणों को हटाने में रुचि नही ले रही है तो वही सड़कों,चबूतरो,फुटपाथ व सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा वर्तमान में तेजी से हो रहे। ऐसे में कब्जों को रोका जाए तथा अवैध कब्जों के स्थान पर नाली व सड़कें बनाकर बच्ची हुई संकरी सड़कों को चौड़ा किया जाए ताकि टूटे हुए कब्जों का लाभ राहगीरों आम जनता को मिल सके। इसी तरह शहर की सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं को गौशालाओं एवं नगर परिषद की नंदी शाला में भेजा जाए ताकि किसानों का नुकसान और सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके।

बाइट : राजेश भारत,जागरूक नागरिक
बाइट : नरेश शर्मा,जागरूक नागरिक


Conclusion:धरने से चेतावनी।
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