श्रीगंगानगर. नुपुर शर्मा की हत्या करने के इरादे से भारतीय सीमा में पकड़े गए पाक घुसपैठिए 24 वर्षीय रिजवान अशरफ (Pak man crossed border to kill nupur sharma) से तमाम खुफिया एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. पूछताछ में रिजवान ने पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) से प्रभावित होने की बात स्वीकार की है. टीएलपी एक चरमपंथी संगठन के तौर पर सीमा पार अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है. पाकिस्तान ने इस संगठन पर बैन लगा रखा है.
क्या है तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान : तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पाकिस्तान (Tehreek e Labbaik Pakistan) में एक कट्टर दक्षिणपंथी इस्लामी चरमपंथी राजनीतिक दल है. इस दल का मुखिया खादिम हुसैन रिजवी है, जो पाकिस्तान में हिंसा भड़काने के मामलों में जेल में बंद रहा है. तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान में ईशनिंदा विधि में किसी भी बदलाव खिलाफ प्रदर्शन करता रहा है. वो लगातार मांग करता रहा है कि शरिया को एक क्रमिक, विधिक और राजनीतिक प्रक्रिया के माध्यम से पाकिस्तान में इस्लामी मौलिक विधि के रूप में स्थापित किया जाए.
तहरीक-ए-लब्बैक एक इस्लामी सामाजिक राजनीतिक आंदोलन के रूप में प्रारंभ हुआ था. अप्रैल 2021 में पाकिस्तान के विभिन्न शहरों में हिंसक प्रदर्शनों के बाद धार्मिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पर पाबंदी लगाई गई थी. पाकिस्तान की पंजाब सरकार की ओर से कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के मुखिया साद रिजवी का नाम आंतकियों की सूची में रहा है. भारत में घुसते समय पकड़े गए पाक घुसपैठिए का खुलासा होने के बाद जयपुर से पहुंचे एडीजी इंटेलिजेंस एस.सेंगाथीर ने बताया कि पाकिस्तान में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान को धार्मिक कट्टरता के लिए जाना जाता है.
पाकिस्तान की राजनीति में तहरीक-ए-लब्बैक नामक इस संगठन की अहम भूमिका मानी जाती है. एडीजी ने बताया कि तहरीक-ए लब्बैक धार्मिक रूप से कट्टरवादी संगठन है. पाकिस्तान में इस संगठन ने पाकिस्तान के पूर्व वजीर एआजम इमरान खान सरकार के सामने भी बड़ी समस्या खड़ी की थी. इमरान खान सरकार के समय इस संगठन ने स्थानीय स्तर पर भी कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी थीं, जिसके बाद वहां माहौल खराब हुआ था.
तहरीक-ए -लब्बैक संगठन के रिजवान को ब्रेनवॉश करके भेजने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके बारे में इनकार नहीं किया जा सकता, लेकिन अभी स्पष्टता सामने नहीं आई है. हालांकि इस एंगल पर एजेंसियां गहनता से पूछताछ कर रही हैं. उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान में सक्रिय रहता है. भारत से भी उनके यूट्यूब वीडियो देखकर, सुनकर कुछ लोगों के प्रभावित होने की बातें सामने आ रही है. इसके संबंध में जानकारी जुटाकर कार्रवाई की जाएगी.
गौरतलब है कि, हाल ही में पाकिस्तान से लगे गंगानगर सीमा पर रिजवान अशरफ पकड़ा गया था. पूछताछ में उसने बताया था कि वो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मंडी बहाऊद्दीन जिले का रहने वाला है और वो नूपुर शर्मी की हत्या के इरादे से भारत आया था. रिजवान 150 किलोमीटर अलग-अलग रास्तों से होकर राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की सीमा पार कर भारत में घुसना चाहता था. रिजवान लाहौर से बहावलनगर होते हुए जिले की भारत पाक सीमा की खखां पोस्ट से तारबंदी पार करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था. उसके पास से धारदार हथियार, चाकू और कुछ धार्मिक पुस्तकें भी मिली थीं.
दरअसल, भारत में घुसकर नुपुर शर्मा की हत्या करने के इरादे से सीमा पार करने की फिराक में बीएसएफ द्वारा पकड़े गए 24 वर्षीय रिजवान असरफ कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) का सक्रिय सदस्य है. खुफिया एजेंसियों द्वारा सख्ती से पूछताछ करने पर रिजवान ने यह बात स्वीकार की है. आंतकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के पंजाब सूबे में काफी सक्रिय है और नौजवानों को भारत में आंतक फैलाने के लिए ट्रेनिंग देता है. इसके लिए TLP योजनाबद्ध तरीके से बाकायदा नौजवानों को भारत में घुसपेठ कराने की रणनीति बनाता है. इसी संगठन का सक्रिय सदस्य रिजवान भी भारत में घुसपेठ कर ना केवल विवादित ब्यान देने वाली नूपुर शर्मा की हत्या करना चाहता था, बल्कि किसी बड़ी आंतकी घटना को भी अंजाम देना चाहता था.
सीमा पार करने की फिराक में पकडे गए TLP सदस्य रिजवान असरफ पुत्र मोहम्मद असरफ जब अपने घर कूठीयाला शेख से निकला तब उसके पास एक मल्टीमीडिया मोबाइल, पर्श में 5000 रुपए और करंट चेक करने के लिए एक टेस्टर था. हिंदूमलकोट सीमा से भारत में घुसने का उसे आकाओं ने पहले से ही प्लान तैयार करके दिया था जिसके तहत रिजवान को बताया गया था कि रात में भारतीय सीमा पर लगी तारबंदी को क्रॉस करना पड़ेगा. ऐसे में रात्रि में लोहे की तारबंदी में करंट होने की आशंका को भांपते हुए उसने पहले से ही करंट चेक करने के लिए एक विद्युत टेस्टर अपने पास रखा था, जिसको उसने खेतो में फेंक दिया था.
घर से निकलने से पहले दो दिन दोस्तों के साथ रहा था रिजवान : मास्टरमाइंड रिजवान भारतीय सीमा की तरफ निकलने से पहले वह दो दिन तक दोस्तों के साथ घर से बाहर रहा. इस दौरान उसने अपने आकाओं के इशारे पर घुसपैठ की योजना का प्लान बनाकर दोस्तों के साथ चर्चा की. उसके बाद रिजवान 8 जुलाई 2022 को अपने घर आया और अपना सामान लेकर दो दोस्तों के साथ ही बाइक पर घर से दूर 18 किलोमीटर मंडी भाऊद्दीन के बस स्टैंड पर पहुंचा. यहां से रिजवान बस में बैठकर लाहौर पहुंचा. लाहौर में वह कई मजारों पर माथा टेका और करीब 4 दिन वहां रुका.
रिजवान ने बताया कि यहीं पर उसका बैग चोरी हो गया. रिजवान पाकिस्तान में इमरान सरकार को घेरने वाले कट्टरपंथी संगठन टीएलपी से जुड़ा हुआ है. संगठन ने एक पूरा प्लान बनाकर उसे भारत भेजा है. पुलिस अब उसके लोकल कनेक्शन को तलाश रही है. सूत्रों की मानें तो रिजवान ने ही अगस्त 2021 में पाकिस्तान के लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति तोड़ी थी. इस मामले में वह जेल भी जा चुका है. लाहौर में जब उसने महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति तोड़ी थी, तब भी वह टीएलपी संगठन से जुड़ा हुआ था.
कम्प्यूटर का जानकार : रिजवान आईटी का बहुत अच्छा जानकार है. कंप्यूटर का मास्टरमाइंड होने के कारण वह व्हाट्सएप फेसबुक सहित तमाम सोशल साइट पर पूरी तरह एक्टिव रहता है. रिजवान अशरफ सुन्नी मुसलमान है. रिजवान का जन्म कुठियाला शेख में हुआ है और वह बचपन से ही अपने माता-पिता के साथ वहां रहता आया है. पिता बिजली की दुकान गांव में ही करते हैं, जिनके साथ खाली समय में रिजवान भी दुकान पर बैठता है. अविवाहित रिजवान TLP संगठन से जुड़ने के कारण किसी प्रकार से परिवारिक जाल में नहीं फंसना चाहता था. जिसके चलते उसने अभी तक शादी नहीं की है. रिजवान अशरफ की मां समीना बीबी गृहणी हैं. रिजवान का छोटा भाई डेढ़ साल से इटली में रह रहा है. वो वहां किस प्रकार का कार्य करता है इसके बारे में उसने कुछ नहीं बताया है. दो बड़ी बहनें हैं जो विवाहित हैं. एक बहन का पति दुबई में रहता है और दूसरी बहन का पति पास के ही किसी गांव में मजदूरी करता है.