श्रीगंगानगर. जिले के सूचना केंद्र में शनिवार को मॉक ड्रिल करवाई गई. जिसके चलते जिला सूचना केंद्र में कंट्रोल रूम से आतंकी घुसने की सूचना दी गयी. जिसके बाद तमाम विभागों के अधिकारी ना केवल देरी से पहुंचे बल्कि ऑपरेशन करने में भी काफी खामियां बरती गई.
आंतरिक सुरक्षा जांचने के लिए की जाने वाली मॉक ड्रिल में रही खामिया ये बताती है कि सीमावर्ती एरिया में अगर किसी प्रकार की कोई आतंकी घटना हो जाए तो ऐसी घटना के बाद समय पर ऑपरेशन करके आतंकियों को काबू करने में तमाम एजेंसियों की देरी रहेगी.
आंतरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल कर इस तरह का अभ्यास समय-समय पर होने से संबंधित विभाग सतर्क रहते हैं. मॉक ड्रिल में विभागों का पहुंचकर कार्रवाई करने में रिस्पांस कितना क्विक रहा वह महत्वपूर्ण होता है. आंतरिक सुरक्षा को लेकर मॉक ड्रिल में विभाग के रिस्पांस के साथ-साथ किन-किन संसाधनों के साथ पहुंचे हैं यह देखना भी जरूरी होता है.
मॉक ड्रिल के बाद जिला कलेक्टर शिव प्रशाद मदन नकाते ने कहा कि ऐसे ऑपरेशन में स्टैंड ऑपरेटिंग प्रोसेस को भी देखना होता है और कहीं कोई कमी हो तो उसमें सुधार किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि पूर्व में किए गए मॉक ड्रिल से इस बार का मॉक ड्रिल ज्यादा अच्छा रहा है, फिर भी सुधार की जरूरत है. ऐसे ऑपरेशन में विभिन्न विभागों के अलावा फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस इत्यादि मुस्तैद रहने चाहिए.
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जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मॉक ड्रिल की थीम थी कि हथियारों सहित आतंकवादियों ने सूचना केंद्र को कब्जे में ले लिया है. इसकी सूचना नियंत्रण कक्ष को मिलने के पश्चात विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के विभागों को सूचना दी गई. विभिन्न विभाग सूचना केंद्र पहुंचे और टीम ने लीड लेते हुए सूचना केंद्र को आतंकवादियों से मुक्त करवाया. उन्होंने बताया कि पूरे ऑपरेशन में बंधक बनाये गये जवान और अधिकारी को कोई नुकसान नहीं हुआ. वहीं आतंकवादियों को सफलतापूर्वक काबू कर लिया गया.