श्रीगंगानगर. न्याय के लिए अगर पीड़ित को ही धरने पर बैठना पड़े तो प्रशासन के लिए इससे बड़ी शर्म की बात नहीं हो सकती. मंगलवार को श्रीगंगानगर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर एक परिवार ने धरना शुरू किया है. दरअसल मामला महिला थाना से जुड़ा हुआ है. 17 माह पूर्व नाबालिक बच्ची को बहला फुसला कर भगाने का है. महिला थाना में मामला दर्ज होने के 17 माह बाद भी पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है. जिससे परेशान होकर पीड़ित परिवार के सामने धरना देने के अलावा कोई चारा नजर नहीं आया.
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करीब 17 माह पहले एक नाबालिक घर से गायब हो गई थी. परिजनों की मानें तो नाबालिक को आरोपी युवक और उसकी मां, बहन बहला-फुसलाकर भगा कर ले गए. महिला थाना में दर्ज 74/19 मुकदमा में पुलिस द्वारा आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है. पुलिस ने मुलजीमान से किसी प्रकार की कोई पूछताछ तक नहीं की है ना ही उन्हें गिरफ्तार किया है. इसी बात से आक्रोशित परिजनों ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर पुलिस के खिलाफ धरना शुरू किया है.
नाबालिग के परिवार का कहना है कि उनकी पुत्री का कोई अता पता नहीं चल रहा है. मुकदमा दर्ज हुए करीब 17 माह हो चुके हैं लेकिन पुलिस ने आज तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है. परिवार का आरोप है कि पुलिस नाबालिग का पता लगाने की कोई गंभीर कोशिश करता नजर नहीं आ रहा है. परिवार ने जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर नाबालिग का पता लगाने और मामले में न्याय देने की गुहार लगाई है. पीड़ित परिवार ने चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई नहीं की तो पूरा परिवार भूख हड़ताल पर बैठेगा.