श्रीगंगानगर. एसीबी टीम द्वारा परिचालक को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ने के बाद अब चीफ मैनेजर के खिलाफ एसीबी जांच करने में जुटी है. एसीबी के चौकी प्रभारी एडिशनल एसपी राजेंद्र ढिढारिया ने बताया कि ब्यूरो की टीम ने रामस्वरूप नामक परिचालक को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. रिश्वत की राशि उसने अनूपगढ़ आगार के मुख्य प्रबंधक के नाम पर लेने की बात कही है जिसकी अब जांच की जा रही है.
ब्यूरो के अनुसार परिवादी अरविंद कुमार दंतोर निवासी ने रिपोर्ट दी थी. जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई है. अरविंद कुमार ने दी गई शिकायत में बताया था कि वह रोडवेज के साथ अनुबंध करते हुए अपनी बस को चलाना चाहता है. इसके लिए उसने सारथी योजना के तहत आवेदन किया था. राजस्थान रोडवेज की सरकारी बस के शेड्यूल संख्या 54-55 का ठेका दिलाने के लिए प्रयासरत था.
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परिवादी का आरोप है कि अनूपगढ़ आगार के परिचालक रामस्वरूप रायसिंहनगर का रहने वाला है, उसने ऑफर दिया कि वह चीफ मैनेजर अब्दुल कलाम से उसका काम करवा सकता है. रामस्वरूप ने इसके लिए उससे 20 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की. ब्यूरो अधिकारियों के अनुसार शिकायत का 28 और 30 अगस्त को सत्यापन करवाया गया. सत्यापन कार्रवाई के दौरान 18 हजार में सौदा तय हो गया था.
इसी सिलसिले में शनिवार को परिवादी को 18 हजार रुपये की राशि रंग लगे हुए दी गई. परिवादी ने राशि आरोपी परिचालक रामस्वरूप को दी तो तुरंत एसीबी की टीम ने छापा मार कर उसको गिरफ्तार कर लिया. फिर एसीबी टीम ने रामस्वरूप के कब्जे से राशि बरामद कर ली. एसीबी की कार्रवाई की जानकारी मिलने पर रायसिंहनगर बस अड्डे पर मौके पर भीड़ जुट गई. वहीं मामले में अनूपगढ़ आगार के चीफ मैनेजर की भूमिका की जांच की जा रही है.