श्रीगंगानगर. जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद वर्मा ने कहा कि गेहूं खरीद को लेकर खरीद एजेंसियां समय रहते सभी तरह की आवश्यक तैयारियां पूरी कर लें. उन्होंने कहा कि गेहूं के क्रय करने से लेकर, गेहूं का नियमित उठाव और उसके भंडारण की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाये. जिला कलेक्टर मंगलवार को समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना, सरसों खरीद को लेकर आयोजित बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे. उन्होंने जिले के समस्त एसडीएम को भी निर्देश दिये कि फसल खरीद को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ले, अपने-अपने खरीद केन्द्रों का दौरा कर लें.
जिला कलक्टर वर्मा ने मंडियों के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि पूर्व की भांति सीसीटीवी कैमरे, एफएक्यू डिस्पले करे. गेहूं भीगने नहीं पाये, इसको लेकर व्यवस्था की जाये. मंडी में आने वाले किसानों के लिये छाया, पानी, किसान कलेवा की व्यवस्थाएं की जायें.भारतीय खाद्य निगम के क्षेत्राीय प्रबंधक चक्रेश कुरील ने बताया कि इस वर्ष श्रीगंगानगर जिले में गेहूं खरीद का 6.64 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया है. गेहूं खरीद के लिये 1.33 करोड़ खाली बैग की आवश्यकता रहेगी. वर्तमान में एफसीआई के पास 58 लाख बैग उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि गेहूं खरीद के लिये ऑनलाइन पंजीयन प्रारम्भ है. कोई भी किसान स्वयं या आड़तियों के माध्यम से पंजीयन कर सकते है. पंजीयन के बाद टोकन जनरेट होगा, जिसमें किसान को मंडी व दिनांक बताई जायेगी.
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किसान अपनी सुविधा के अनुसार गेहूं बेचने की दिनांक भी ऑनलाइन में प्रदर्शित कर सकेगा. कृषि विभाग के उपनिदेशक जीआर मटोरिया ने बताया कि जिले में इस वर्ष 2.37 लाख हैक्टर में सरसों की फसल है, जिसमें 4.29 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का अनुमान है. जिले में चना की 1.24 लाख हैक्टर में बुवाई है, जबकि 2.34 लाख मीट्रिक टन उत्पादन की संभावना है. जिले में गेहूं की 2.45 लाख हैक्टर में फसल बुवाई की गई है, जिसमें 11.6 लाख मीट्रिक टन गेहूं उत्पादन का अनुमान है. जौ फसल में 55 हजार 66 हैक्टर में बुवाई हुई है, जिसमें 2.41 लाख मीट्रिक टन जौ के उत्पादन की संभावना है. जिला रसद अधिकारी राकेश सोनी ने बताया कि श्रीगंगानगर जिले में 35 फसल खरीद केन्द्र बनाये गये हैं, जिनमें भारतीय खाद्य निगम के 23, तिलम संघ के 10 तथा राजफैड के 2 खरीद केन्द्र निर्धारित किये गये हैं. बैठक में गेहूं खरीद के लिये गिरदावरी के संबंध में भी चर्चा हुई.