सीकर. केंद्र सरकार की जनविरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में बुधवार को ट्रेड यूनियनों की ओर से संपूर्ण भारत में हड़ताल रखी गई. जिसके तहत अखिल भारतीय किसान सभा के द्वारा ग्रामिण भारत बंद का आह्वान किया गया है. जिसमें मजदूरों की ओर से ढाका भवन से रैली निकालकर बस डिपो पर जाकर प्रदर्शन किया गया. वामपंथी दल के किशन पारीक ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा रोडवेज रेलवे बैंकों के निजीकरण किया जा रहा है. इसके विरोध में यह प्रदर्शन किया गया है.
बता दें कि रैली ढाका भवन से शुरू होकर कल्याण सर्किल राजकीय महिला महाविद्यालय, कंट्रोल रूम बजरंग कांटा होते हुए बस डिपो पहुंची. वहीं बस डिपो पहुंचकर मजदूरों द्वारा प्रदर्शन किया गया. किशन पारीक ने बताया कि केंद्र सरकार की किसान विरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ यह प्रदर्शन किया गया है. वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एसएफआई द्वारा भी हड़ताल को समर्थन दिया गया है.
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किसानों को उनकी फसल का समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है, मजदूरों की उनकी मेहनत मजदूरी नहीं मिल रही है, इसी के साथ पुरानी पेंशन योजना लागू करने की भी मांग की गई है. हड़ताल में सीटू से जुड़े एमआर यूनियन, ऑटो रिक्शा यूनियन, हाथ ठेला यूनियन, भवन निर्माण यूनियन सहित विभिन्न संगठन शामिल हुए. रैली में पूर्व विधायक अमराराम सहित सैकड़ों की संख्या में विभिन्न यूनियनों के मजदूर शामिल रहे.