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सीकरः केंद्र सरकार की जनविरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों का विरोध, ग्रामीण भारत बंद का आह्वान - ग्रामिण भारत बंद का आह्वान

सीकर में अखिल भारतीय किसान सभा के द्वारा ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया गया है. केंद्र सरकार द्वारा रोडवेज रेलवे बैंकों के निजीकरण के विरोध में मजदूरों की ओर से ढाका भवन से रैली निकालकर बस डिपो पर जाकर प्रदर्शन किया गया. वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एसएफआई द्वारा भी हड़ताल को समर्थन दिया गया है.

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बंद का आह्वान
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Published : Jan 8, 2020, 10:32 PM IST

सीकर. केंद्र सरकार की जनविरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में बुधवार को ट्रेड यूनियनों की ओर से संपूर्ण भारत में हड़ताल रखी गई. जिसके तहत अखिल भारतीय किसान सभा के द्वारा ग्रामिण भारत बंद का आह्वान किया गया है. जिसमें मजदूरों की ओर से ढाका भवन से रैली निकालकर बस डिपो पर जाकर प्रदर्शन किया गया. वामपंथी दल के किशन पारीक ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा रोडवेज रेलवे बैंकों के निजीकरण किया जा रहा है. इसके विरोध में यह प्रदर्शन किया गया है.

ग्रामिण भारत बंद का आह्वान

बता दें कि रैली ढाका भवन से शुरू होकर कल्याण सर्किल राजकीय महिला महाविद्यालय, कंट्रोल रूम बजरंग कांटा होते हुए बस डिपो पहुंची. वहीं बस डिपो पहुंचकर मजदूरों द्वारा प्रदर्शन किया गया. किशन पारीक ने बताया कि केंद्र सरकार की किसान विरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ यह प्रदर्शन किया गया है. वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एसएफआई द्वारा भी हड़ताल को समर्थन दिया गया है.

पढ़ेंः Special: 74 साल की हुई Rajasthan University, लेकिन धीरे-धीरे खोती जा रही है अपनी साख

किसानों को उनकी फसल का समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है, मजदूरों की उनकी मेहनत मजदूरी नहीं मिल रही है, इसी के साथ पुरानी पेंशन योजना लागू करने की भी मांग की गई है. हड़ताल में सीटू से जुड़े एमआर यूनियन, ऑटो रिक्शा यूनियन, हाथ ठेला यूनियन, भवन निर्माण यूनियन सहित विभिन्न संगठन शामिल हुए. रैली में पूर्व विधायक अमराराम सहित सैकड़ों की संख्या में विभिन्न यूनियनों के मजदूर शामिल रहे.

सीकर. केंद्र सरकार की जनविरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में बुधवार को ट्रेड यूनियनों की ओर से संपूर्ण भारत में हड़ताल रखी गई. जिसके तहत अखिल भारतीय किसान सभा के द्वारा ग्रामिण भारत बंद का आह्वान किया गया है. जिसमें मजदूरों की ओर से ढाका भवन से रैली निकालकर बस डिपो पर जाकर प्रदर्शन किया गया. वामपंथी दल के किशन पारीक ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा रोडवेज रेलवे बैंकों के निजीकरण किया जा रहा है. इसके विरोध में यह प्रदर्शन किया गया है.

ग्रामिण भारत बंद का आह्वान

बता दें कि रैली ढाका भवन से शुरू होकर कल्याण सर्किल राजकीय महिला महाविद्यालय, कंट्रोल रूम बजरंग कांटा होते हुए बस डिपो पहुंची. वहीं बस डिपो पहुंचकर मजदूरों द्वारा प्रदर्शन किया गया. किशन पारीक ने बताया कि केंद्र सरकार की किसान विरोधी और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ यह प्रदर्शन किया गया है. वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एसएफआई द्वारा भी हड़ताल को समर्थन दिया गया है.

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किसानों को उनकी फसल का समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है, मजदूरों की उनकी मेहनत मजदूरी नहीं मिल रही है, इसी के साथ पुरानी पेंशन योजना लागू करने की भी मांग की गई है. हड़ताल में सीटू से जुड़े एमआर यूनियन, ऑटो रिक्शा यूनियन, हाथ ठेला यूनियन, भवन निर्माण यूनियन सहित विभिन्न संगठन शामिल हुए. रैली में पूर्व विधायक अमराराम सहित सैकड़ों की संख्या में विभिन्न यूनियनों के मजदूर शामिल रहे.

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एंकर
सीकर केंद्र सरकार की जनविरोधी एवं मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में आज ट्रेड यूनियनों द्वारा संपूर्ण भारत में हड़ताल रखी गई जिसमें मजदूरों द्वारा ढाका भवन से रैली निकालकर बस डिपो पर जाकर प्रदर्शन किया रैली ढाका भवन से शुरू होकर कल्याण सर्किल राजकीय महिला महाविद्यालय कंट्रोल रूम बजरंग कांटा होते हुए बस डिपो पहुंची बस डिपो पहुंचकर मजदूरों द्वारा प्रदर्शन किया गयाBody:वामपंथी दल के किशन पारीक ने बताया कि केंद्र सरकार की किसान विरोधी एवं मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ आज यह प्रदर्शन किया गया किशन पारीक ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा रोडवेज रेलवे बैंकों के निजीकरण किया जा रहा है इसके विरोध में प्रदर्शन किया गया किसानों को उनकी फसल का समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है मजदूरों की उनकी मेहनत मजदूरी नहीं मिल रही है इसी के साथ पुरानी पेंशन योजना लागू करने की भी मांग की गई हैConclusion:हड़ताल में सीटू से जुड़े एमआर यूनियन ऑटो रिक्शा यूनियन हाथ ठेला यूनियन भवन निर्माण यूनियन सहित विभिन्न संगठन शामिल हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एसएफआई द्वारा भी हड़ताल को समर्थन दिया गया है रैली में पूर्व विधायक अमराराम सहित सैकड़ों की संख्या में विभिन्न यूनियनों के मजदूर थे

बाइट किशन पारीक वामपंथी नेता


सुशील जोशी ईटीवी भारत सीकर

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