सीकर. जिले में मंगलवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी- मार्क्सवादी के कार्यालय में जिला कमेटी की विस्तारित बैठक आयोजित की गई. यह बैठक का. बी. एस. मील की अध्यक्षता में संपन्न हुई. इस बैठक में पार्टी ने मनरेगा मजदूरों, निर्माण मजदूरों, किसानों के मुद्दों, बेरोजगारी, दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं की समस्याओं को प्रमुखता से उठाने का निर्णय लिया है.
सीपीआईएम नेता रामरतन बगड़िया ने बताया कि बेशक राज्य में चल रहे राजनीतिक ड्रामे का पटाक्षेप हो गया, लेकिन इससे कांग्रेस और भाजपा की आपसी फूट एवं सत्ता प्राप्ति के लिए हर हथकंडे अपनाने की नीति जनता के सामने उजागर हो गई है. इन दोनों पार्टियों को राजस्थान की जनता की बिल्कुल भी नहीं पड़ी है.
कोरोना काल में लाखों लोगों का रोजगार छिन गया, बिजली बिल माफ होने के बजाय इसके दामों में सरकार ने भारी वृद्धि कर दी है. मनरेगा मजदूरों को काम की पूरी मजदूरी नहीं मिल रही है. टिड्डियों ने भी किसान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है. इससे राजस्थान का आम आवाम मुसीबत में है. माकपा पार्टी एक व्यापक अभियान चलाकर जनता की आवाज बनेगी.
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इस दौरान सीपीआईएम जिला सचिव किशन पारीक ने पार्टी के नेताओं के बीच कार्ययोजना की रिपोर्ट रखी. इसमें 6 माह के बिजली बिल माफ करने, सभी को फ्री राशन देने, गैर आयकर दाता को प्रतिमाह 75 सौ रुपए राहत पैकेज, किसान मजदूर के लिए राहत पैकेज की मांग को उठाया है.
साथ ही बीते 23 जुलाई एवं 9 अगस्त को इन मुद्दों को फिर से उठाकर सरकार को चेताया गया है. लेकिन अब व्यापक आंदोलन के लिए माकपा 20-26 अगस्त तक अभियान चलाएगी. इस दौरान 26 अगस्त को सभी उपखंड मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा. वहीं, माकपा प्रवक्ता बृजसुंदर जांगिड़ ने बताया कि अभियान की सफलता के लिए पार्टी की तहसील कमेटियों की बैठक में निर्णय लेकर जिले की सभी पार्टी इकाईयों में बैठक आयोजित की जाएगी.