सीकर. लॉकडाउन के दौरान एक तरफ पुलिस प्रशासन को कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही हैं. तो दूसरी तरफ सोशल मीडिया भी पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ हैं. लगातार पुलिस की टीम इस पर निगरानी रख रही है. इसके बाद भी लोग इस पर गलत टिप्पणी करने से बाज नही आ रहें. यहां तक कि पढ़े लिखे युवा भी इस तरह की हरकत कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक कोरोनावायरस को लेकर लागू किए लॉकडाउन के दौरान ही सोशल मीडिया को लेकर भी गाइडलाइन जारी की गई थी. सरकार ने रोक लगाई थी कि कोई भी इस दौरान गलत कमेंट नहीं करेगा. इसके बाद भी लॉकडाउन लागू होने के बाद सीकर जिले में सोशल मीडिया पर कोरोनावायरस और धर्म विशेष को लेकर गलत टिप्पणी करने वाले करीब 6 युवकों को गिरफ्तार किया जा चुका हैं. खास बात यह है कि जो युवक गिरफ्तार हुए हैं वह पढ़े-लिखे हैं.
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सीकर जिले में लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया जैसे फेसबुक और व्हाट्सएप पर विवादित पोस्ट करने वालों के खिलाफ सीकर कोतवाली, लोसल, दादिया और फतेहपुर थाने में मुकदमे दर्ज किए गए हैं. बता दें की दादिया इलाके में गिरफ्तार किया गया युवक तो पीएचडी की डिग्रीधारक था.
इन धाराओं में कार्रवाई कर रही पुलिस
कोरोना वायरस को लेकर चल रहे लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर गलत टिप्पणी करने वालों के खिलाफ पुलिस आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 के तहत कार्रवाई कर रही है. इसके साथ-साथ भारतीय दंड संहिता की धारा 295 क और 188 के तहत कार्रवाई की जा रही हैं.