नागौर. शहर के चर्चित 'रघु हत्याकांड' में नया मामला सामने आया है. जिसमें आरोपी दिनेश सांखला को मारने के लिए रघुवीर की पत्नी सरोज ने हरियाणा के गैंगस्टर संदीप विश्नोई को 30 लाख रुपए की सुपारी दी. हालांकि दिनेश बच गया था और उसके स्थान पर ट्रक की टक्कर में कार में सवार चचेरे भाई नरेन्द्र की मौत हो गई थी.
बता दें कि 28 नवम्बर को बीकानेर रोड पर डीटीओ कार्यालय के सामने दिनेश सांखला की कार को टक्कर मारने वाले दोनों आरोपी भी हरियाणा के रहने वाले हैं. जिनके साथ मिलकर सरोज और उसके साथी दीपक ने दो दिन तक नागौर में रहकर दिनेश की रैकी की और मौका मिलते ही योजनानुसार उस पर ट्रक की टक्कर देकर हमला कर दिया.
हालांकि दिनेश की किस्मत अच्छी थी कि वह बच गया और उसके स्थान पर ट्रक की टक्कर में कार मे सवार चचेरे भाई नरेन्द्र की मौत हो गई. कोतवाली थाना पुलिस ने घटना के 13वें दिन मामले का पर्दाफाश करते हुए सरोज और ट्रक से टक्कर मारने वाले महेन्द्रगढ़ (हरियाणा) जिले के धुनदा निवासी चालक विजय राजपूत और उसके साथी कृष्ण उर्फ गोपाल जाट को गिरफ्तार कर लिया है.
क्या था मामला....
गौरतलब है कि 28 नवम्बर को बीकानेर रोड पर जिला परिवहन कार्यालय के सामने हरियाणा नम्बर की एक ट्रक ने गलत दिशा में जाकर एक कार को टक्कर मारी थी. जिसमें राठौड़ी कुआं निवासी नरेन्द्र सांखला की मौत हो गई थी और पैरोल पर बाहर आया हत्या का आरोपी दिनेश सांखला घायल हो गया था. दिनेश के पर्चा बयान के आधार पर कोतवाली थाना पुलिस ने नगर परिषद के पार्षद नरेंद्र सांखला औप उसके भाई अजय के खिलाफ हत्या और षडय़ंत्र रचने के आरोप में मामला दर्ज किया था. पुलिस को दिए जोधपूर में पर्चा बयान में दिनेश सांखला ने नामजद आरोपियों पर षडय़ंत्र रच कर टक्कर मारने का आरोप लगाया था. घायल दिनेश के बयान पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू की थी.
ट्रक चालक ने बताया कि जोधपुर रोड़ नागौर में कृष्ण गोपाल गौ शाला के सामने ट्रक लाकर खड़ा कर दिया. वहीं पर ट्रक के नम्बर बदल कर एच0आर0 64 ए 7896 कर दिये. फिर थोड़ी देर बाद नागौर के दीपक और मृतक रघु की पत्नी सरोज उससे मिलने आए और उसे जोधपुर रोड पर रामदेव होटल पर आकर मिलने को कहा. तब वह ट्रक लेकर रामदेव होटल पर गया. वहां उसे दीपक एवं सरोज मिले और सरोज ने उसे 20 हजार रुपये व एक लाल रंग का मोबाइल फोन दिया.
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उसके बाद उन्होंने दिनेश की रैकी की. फिर दिनांक 28.11.2019 को दस बजे सरोज ने वाट्सअप कॉल कर बताया कि दिनेश एक सफेद रंग की कार लेकर निकला है और अस्पताल जायेगा, आप ट्रक लेकर अस्तपाल पहुंचों. उसके बाद ट्रक चालक ट्रक लेकर अस्पताल गया और ट्रक मुख्य द्वार से थोड़ी दूरी पर ले जाकर खड़ा कर दिया. वहां पर दीपक बाईक लेकर आया और दिनेश जब अस्पताल जा रहा था तब उसे बताया गया कि यह दिनेश है.
फिर एक घंटे बाद दिनेश बाहर आया तो उसने ट्रक से दिनेश की गाड़ी को टक्कर मारकर वहां से भाग गया.उसके बाद दीपक मोटर साईकिल लेकर आया और उन्हें हरिमा टोल नाके के आगे मोटर साईकिल पर छोड़ कर चला गया. बता दें कि पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर नागौर न्यायालय में पेश कर दिया है. जहां से तीनों को तीन दिन की रिमांड पर सौंपा गया है.