नागौर. जिलेभर में मौसम का मिजाज शुक्रवार के एक बार फिर बदला हुआ नजर आया. जिले के कई इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश और कुछ इलाकों में ओलावृष्टि हुई. वहीं जायल उपखंड के ग्रामीण इलाकों में तेज हवा के साथ हुई तूफानी बारिश और ओलावृष्टि से काफी नुकसान हुआ है.
जानकारी के अनुसार, मांगलोद, पीडियारा और दुगस्ताऊ गांव में तूफानी हवा के साथ हुई बारिश के कारण कई पेड़ उखड़ गए और टीन शेड उड़ गए. अनुमान के मुताबिक इन गांवों में सैकड़ों की संख्या में पेड़ उखड़ गए. कई घरों और बाड़ों के टीनशेड तेज हवा में दूर तक उड़ गए.
पढ़ेंः एयरपोर्ट में नौकरी का झांसाः कंप्यूटर संचालक युवती को बंधक बनाकर 3 दिन करता रहा दुष्कर्म
हालांकि, अभी तक इस तूफान के कारण हुई तबाही की पूरी जानकारी सामने नहीं आ पाई है, लेकिन बड़ी संख्या में बिजली के पोल भी उखड़ गए हैं. इस इलाके में तूफान इतना तेज था कि टीनशेड और उखड़े हुए पेड़ बिजली के तारों पर झूलते दिखे. तूफानी हवा के साथ तेज ओलावृष्टि भी हुई.
पढ़ेंः जयपुर: लॉकडाउन केे दौरान शराब माफिया एक्टिव, 5 दिनों में 25 मामले दर्ज, 30 से ज्यादा गिरफ्तारी
फिलहाल तूफानी बारिश का सबसे ज्यादा असर मांगलोद गांव में बताया जा रहा हैं. जहां कई पेड़ और खंभे उखड़ गए. यहां एक गौशाला में लगे टीनशेड उड़कर गिरने से बड़ी संख्या में गोवंश भी घायल हो गए. तूफानी बारिश और ओलावृष्टि के कारण मचे कोहराम के कारण लोग घरों में दुबक गए.