नागौर. लॉकडाउन के बीच एक तरफ जहां नागौर में फंसे अन्य प्रदेशों के मजदूरों को उनके घर भेजा जा रहा है. वहीं, दूसरे प्रदेशों में फंसे नागौर के लोगों की घर वापसी का सिलसिला भी शुरू हो गया है. पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में फंसे नागौर जिले के 21 मजदूर मंगलवार को रोडवेज बस से नागौर पहुंचे. यहां कोरोना संबंधी जांच के लिए उनके सैंपल लेकर उन्हें क्वॉरेंटाइन किया गया है. जानकारी के अनुसार जैसलमेर डिपो की इस रोडवेज बस में नागौर जिले के कुल 21 यात्री आए हैं.
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इनमें से 18 यात्रियों को डीडवाना के राजकीय बांगड़ अस्पताल में उतारा गया. यहां उनकी स्क्रीनिंग की गई. जिसके बाद डीडवाना और आसपास के 5 यात्रियों के सैंपल इकट्ठा कर जांच के लिए भिजवाया गया है. इन यात्रियों को क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. जबकि मकराना के 6, लाडनूं के 2 और कुचामन के 5 यात्रियों को उनके उपखंड मुख्यालय भेजा गया. जहां उनके भी सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाए गए हैं.
इसके बाद यह बस नागौर पहुंची. जहां राजकीय मिर्धा कॉलेज में बने स्क्रीनिंग सेंटर में उनकी स्क्रीनिंग कर सैंपल लिए गए. इन तीनों यात्रियों को भी क्वॉरेंटाइन किया गया है. इस बस में सवार बाकी लोगों को जोधपुर भेजा गया है. जहां से उन्हें उनके गांव-शहर तक पहुंचाया जाएगा.
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इसके साथ ही निजी वाहनों से भी प्रवासी लोगों के नागौर पहुंचने का सिलसिला जारी है. हैदराबाद और सूरत से करीब 20 लोग मंगलवार को निजी वाहनों से नागौर पहुंचे हैं. जिन्हें स्क्रीनिंग के बाद क्वॉरेंटाइन किया गया है.