नागौर. कोरोना के बढ़ते पसार पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार पूरा जोर लगा रही है. कोविड मरीजों को बेहतर इलाज और दूसरों को इस बीमारी से बचाने के लिए राज्य सरकार हर उस तरीके को अपनाने में जुटी है, जिससे कोरोना पर विजय हासिल की जा सके. राज्य सरकार की इन तमाम कवायदों के बीच नागौर में अस्पतालों इलाज को लेकर किस स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक तरफ जहां लोग बेड से लेकर वेंटिलेटर तक के लिए परेशान घूम रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ यहां के अस्पतालों में 37 वेंटिलेटर अब तक इंस्टॉल ही नहीं कराए गए हैं.
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जिले के कई अस्पतालों में वेंटिलेटर की सुविधाएं होने के बाद भी इन्हें उपयोग नहीं किया जा रहा है. जबकि, वेंटिलेटर की सुविधा नहीं मिल पाने के कारण कई लोग दम तोड़ चुके हैं. जिले के विभिन्न अस्पतालों में 55 वेंटिलेटर हैं. जिनमें से 49 तो नागौर शहर के जेएलएन, लाडनूं, डीडवाना व कुचामन सिटी के अस्पतालों में हैं. लेकिन इनमें से केवल 12 वेंटिलेटर ही इंस्टॉल हैं. 37 वेंटिलेटर अभी तक इंस्टॉल ही नहीं किए हैं. जेएलएन अस्पताल को 2020 मे वेंटिलेटर की सुविधा ,सौगात के रूप में दी गई थी । वेंटिलेटर को कई सालो बाद भी इंस्टाल नही किया जा सका.
जानकारी मांगी तब खुली पोल
कोरोना संक्रमण के बीच जिले में वेंटिलेटर और उनके अस्पतालों में वर्किंग कंडीशन पर जानकारी ली गई तो सामने आया कि नागौर के JLN अस्पताल में 23 वेंटिलेटर हैं. इसमें से महज 03 ही इंस्टॉल हैं. बाकी 20 वेंटिलेटर धूल फांक रहे हैं. हालांकि अब बाकी 20 को इंस्टॉल करने की कवायद शुरू कर दी है. कोविड मरीजों के काम अभी 3 वेंटीलेटर ही आ रहे हैं. वहीं लाडनूं में 5, कुचामन में 7, डीडवाना में 11 और जिले की 9 सीएचसी में 1-1 वेंटिलेटर हैं. लेकिन अधिकांश काम नहीं आ रहे हैं. डीडवाना के बांगड़ अस्पताल में 11 वेंटिलेटर हैं. लेकिन इनमें से एक का भी उपयोग नहीं हो रहा है. लाडनूं के सरकारी अस्पताल के हालात भी खराब हैं. कहने को यहां गंभीर रोगियों के लिए प्रशासन ने 5 वेंटिलेटर उपलब्ध करवाए हैं. लेकिन ये सभी धूल फांक रहे हैं. क्षेत्र में बीसीएमएचओ के अधीन 5 सीएचसी सेंटर हैं. इनमें से एक में भी वेंटिलेटर नहीं है.
इन अस्पतालों के ये हैं हाल
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कुचामन के राजकीय चिकित्सालय में 7 वेंटिलेटर मौजूद हैं. कुचामन में 5 वेंटिलेटर हैं. लेकिन ऑपरेटन नहीं होने से इन्हें इंस्टॉल नहीं किया गया है.
17 हजार से अधिक को लगा टीका
जिले में कोविड वैक्सीनेशन कार्य को प्रगति पर ले जाने के लिए शनिवार को जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशानुसार 145 टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए. सीएमएचओ डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि सभी जगह कोविड वैक्सीनेशन को लेकर निर्धारित गाइडलाइन की पालना की गई. 17 हजार से अधिक लोगों का कोविड वैक्सीनेशन किया गया. टीकाकरण सत्रों में 45 से 59 तथा 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को पहली व दूसरी डोज लगाई गई.