नागौर. अपनी मेहनत के दम पर बेडौल पत्थरों को तराशकर सुंदर मूर्तियां बनाने वाले भूणी गांव के मूर्तिकारों को आखिरकार उनका हक मिलने की राह खुल गई है. इन मूर्तिकारों की मदद के लिए अब प्रशासन ने हाथ आगे बढ़ाए हैं. जिला उद्योग केंद्र की ओर से कल भूणी गांव में ही विशेष शिविर लगाया जाएगा. जिसमें इन मूर्तिकारों के आर्टिजंस कार्ड बनाए जाएंगे.
यह कार्ड बनने के बाद इन मूर्तिकारों को सरकारी सहायता मिलने की राह आसान होगी. भूणी गांव के मूर्तिकारों को सरकारी सहायता नहीं मिलने का मुद्दा ईटीवी भारत ने उठाया था और 19 अगस्त को प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी. जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी के ध्यान में यह मामला आने के बाद उन्होंने जिला उद्योग अधिकारी को जल्द से जल्द भूणी के मूर्तिकारों के आर्टिजंस कार्ड बनवाने के निर्देश दिए थे.
जिला उद्योग अधिकारी सुशील छाबड़ा ने बताया कि भूणी गांव के मूर्तिकारों की कारीगरी काफी प्रसिद्ध है. इन मूर्तिकारों के आर्टिजंस कार्ड बनाने के लिए गांव में ही शुक्रवार को विशेष शिविर लगाया जाएगा. जहां इनके कार्ड बनाने के लिए आवेदन लिए जाएंगे और मौके पर ही भौतिक सत्यापन कर कार्ड जारी करने की प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी.
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इसी के साथ उन्होंने बताया कि आर्टिजंस कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड, बैंक पास बुक की फोटो कॉपी और अपनी पासपोर्ट साइज फोटो के साथ एक कलाकृति की फोटो भी मूर्तिकारों को साथ में लानी होगी. इसके बाद उनके आवेदन भरवाए जाएंगे.