नागौर. जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने नागौर में पदभार ग्रहण करने के बाद 'प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना' की निरंतर समीक्षा की. इसके लिए किए जा रहे प्रयासों के चलत नागौर में किसानों को फसल बीमा का क्लेम स्वीकृत होने की उम्मीद जगी थी. आखिरकार जिले के 39 किसानों को उनकी बीमित फसल के खराबे का मुआवजा स्वीकृत कर दिया गया है.
उप निदेशक कृषि विस्तार शंकरराम बेड़ा के मुताबिक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत खरीफ 2018 से खरीफ 2020 तक बीमा क्लेम का भुगतान प्राप्त नहीं होने के संबंध में कृषकों से प्राप्त शिकायतों के आधार पर एचडीएफसी एग्रो कंपनी के जरिए 34 कृषकों का कुल भुगतान 21 लाख 34 हजार 45 रुपए और टाटा एआईजी के जरिए पांच कृषकों को उनकी बीमित फसल के खराबे पर मुआवजा के रूप में 2 लाख 61 हजार 620 रुपए की राशि स्वीकृत की गई है. इस प्रकार 39 कृषकों को कुल 23 लाख 99 हजार 071 रुपए की फसल बीमा क्लेम संबंधित बीम कंपनी की तरफ से किया गया है.
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इसके अलावा साल 2020-21 में खरीफ और रबी फसलों के बीमा के लिए नामित रिलॉयन्स जनरल इंश्योरेंस बीमा कम्पनी और जिले में प्याज की बुवाई करने वाले 2,029 कृषकों का बीमा एआईसी ऑफ इण्डिया की तरफ से किया गया है. डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने नागौर जिले में कलेक्टर का पद भार ग्रहण करते ही कई क्षेत्रों में सीमाओं से आगे जाकर आमजन के रूके हुए काम करवाए. किसानों के लिए क्लेम की ये स्वीकृति भी उन्ही में से है.