कोटा. नगर विकास न्यास की तरफ से करीब 6 करोड़ रुपए की लागत से 80 फिट रोड के नीचे अंडरपास का निर्माण दोबारा शुरू हो गया है. दुर्घटना के चलते के चलते यह निर्माण पहले बंद हो गया था. ईटीवी भारत ने बंद पड़े इन वैकल्पिक मार्गों को लेकर समाचार प्रकाशित किया था.
नगर विकास न्यास के अधिशासी अभियंता ओपी दुबे का कहना है कि निर्माण कार्य दोबारा शुरू करवा दिया है. इसमें करीब 40 दिन का समय (Underpass in Kota to be completed in 40 days) लगेगा. दोनों तरफ एप्रोच सड़क और अन्य निर्माण पूरा हो चुका है. अंडरपास के पूरे ब्लॉक भी बनकर तैयार थे. पहले हादसे के चलते काम बंद हुआ था. इसके बाद नहर में पानी चालू होने के चलते सीपेज का खतरा बना हुआ था. इस कारण ही रेलवे से अनुमति अंडरपास निर्माण की नहीं मिल रही थी. अब रेलवे से अनुमति मिल गई है. दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर लगाए जाने वाले लौहे के गर्डर भी मंगलवा लिए गए हैं. साथ ही जल्द ही मेगा ब्लॉक लेकर काम शुरू करवा दिया जाएगा.
बीते साल 3 मई को दुर्घटना के बाद बंद हुआ था कार्य: रेलवे अंडरपास के निर्माण के दौरान 3 मई, 2021 को हादसा हो गया था. इसमें रेलवे ट्रैक के नीचे से मिट्टी निकालते समय मिट्टी ढह गई और चार मजदूर दब गए. मिट्टी हटाकर तीन मजदूरों को तुरंत निकाल लिया गया. जबकि एक मजदूर वसीम करीब 10 मिनट तक मिट्टी में ही दबा रहा, जिसके चलते उसकी मौत हो गई. इस हादसे के बाद से ही रेलवे की इंक्वायरी हुई और काम बंद करवा दिया गया था. नगर विकास न्यास ने रेलवे को काम शुरू करवाने के लिए कई बार पत्र लिखे, लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया. इस दौरान साढ़े 11 माह तक काम बंद रहा.
6 महीने में होना था काम, दुगने समय तक रहा बंद: नगर विकास न्यास की तरफ से रेलवे के सुपरविजन में 80 फिट रोड पर यह अंडरपास बनाया जा रहा है. नगर विकास न्यास को यह निर्माण कार्य महज 6 महीने में पूरा करवाना था. इसका कार्य आदेश 15 अक्टूबर, 2020 में जारी कर दिया गया था और इसके तुरंत बाद ही कार्य भी शुरू हो गया था. इस अंडरपास का निर्माण पुशिंग तकनीक से किया जा रहा है. जिसको कट, पुशिंग एंड पुलिंग मेथड भी कहा जाता है. इस निर्माण कार्य को 14 अप्रैल, 2022 में पूरा होना था. हालांकि यह समय सीमा भी निकल गई है. निर्माण के लिए 6 माह का समय तय किया गया था, लेकिन इससे दुगने समय तक तो काम ही बंद रहा है.
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लाखों की आबादी हो रही है प्रभावित: नगर विकास न्यास ने इस सड़क का निर्माण वैकल्पिक मार्ग के रूप में करवाया है. कोटडी नाग-नागिन मंदिर से ही उम्मेद गंज तक सड़क नहर के पैरेलल नई सड़क बनाई गई. इस वैकल्पिक मार्ग को नेशनल हाईवे 27 से भी जोड़ा गया है. साथ इस अंडरपास का निर्माण हो जाने के बाद बोरखेड़ा, थैगड़ा, रायपुरा, डीसीएम, इंदिरा गांधी नगर, देवली अरब इलाके की 100 से ज्यादा कॉलोनियों के लाखों लोगों को फायदा होगा. बारिश के समय में इन कॉलोनियों में जाने वाले मार्गों पर नाले उफान पर आ जाते हैं, जिससे समस्या लोगों को होती है. उन्हें घुमावदार लंबे रास्तों से जाना मजबूरी हो जाता है.