कोटा. जिले के जेकेलोन अस्पताल के बाहर जहां नवजात शिशुओं की मौत का मामला पूरे देश में सुर्खियों में चल रहा है. वहीं, शनिवार को एक नजारा ऐसा भी दिखाई दिया. जहां अस्पताल के मुख्य गेट पर कोई परिजन टोना-टोटका कर चला गया है. इससे यह पता चल रहा है कि अस्पताल में चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ पर से लोगों का विश्वास उठ गया है. अब यहां पर लोगों की जिंदगी टोने-टोटके के भरोसे ही चल रहा है. गेट के बाहर हुए टोना-टोटके में फूल और गेंहू और अगरबत्ती जलाई गई है.
इस मामले को बताने को लेकर अस्पताल के सुरक्षा गार्ड जानकारी देने से कतराते रहे हैं. इसके साथ ही इसी समय जेकेलोन अस्पताल में राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष भी अस्पताल का दौरा करने पहुंची, लेकिन उनको भी यह नजारा नजर नहीं दिखाई दिया. अस्पताल के मुख्य गेट पर लगाई गई अगरबत्ती और गेंहू और फूल बिखरे दिखे. जिससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि अस्पताल में डॉक्टर बच्चों को नहीं बचा पा रहे हैं.
ऐसे में लोग टोने-टोटके का सहारा ले रहे हैं. इसके साथ ही जब अस्पताल प्रशासन को इस बारे में पता लगा तो सफाई कर्मचारियों की ओर से तत्काल झाड़ू लगाकर साफ किया गया. जानकारी अनुसार जेकेलोन मुख्य द्वार पर फूल माला, पुष्प, अगरबत्ती जलाकर आत्मा को ले जाने का दावा किया गया है.
पढ़ें: जेके लोन अस्पताल: वार्ड से लेकर ऑपरेशन थिएटर तक में चूहों का आतंक, संक्रमण का खतरा
वहीं, सुरक्षाकर्मियों को इस मामले में कोई जानकारी नहीं है, हालांकि कुछ लोगों ने दावा किया है कि जेकेलोन अस्पताल के मुख्य द्वार पर शनिवार को फिर एक बार अंधविश्वास का खेल हुआ है. वहां उपचार के दौरान मृत व्यक्ति की आत्मा को लेने कुछ लोग अस्पताल पहुंचे थे.
बता दें कि अस्पताल में अभी हाल ही में बीते दो दिनों में करीब 15 बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. जिसपर राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल जेकेलोन पहुंची हैं. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधिमंडल भी कुछ देर में पहुंचेगा. जिनका विरोध करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम अस्पताल के आसपास जम गया है.