कोटा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला विधानसभा में आया है. रामगंजमंडी सीट से भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि सतीश पूनिया ने ऐसी कोई बात नहीं कही है. उन पर विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया गया है. मैं समझता हूं कि वह बनता ही नहीं है.
साथ ही उन्होंने कहा कि हम भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लेकर आए हैं. विधानसभा अध्यक्ष को दोनों की जांच करनी चाहिए. इसके साथ ही एसओजी के मुकदमा दर्ज करने और विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े मामले को लेकर विधायक मदन दिलावर ने कहा कि एसओजी को जांच करनी चाहिए. जांच में जाने से ही कांग्रेस के विधायक घबरा रहे हैं. जिन्होंने शिकायत की वे जांच में अब जाना ही नहीं चाहते हैं. हम उन्हें नहीं रोक रहे हैं, उन सब को जांच में जाना चाहिए.
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इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी एसओजी ने बयान देने के लिए बुलाने के मामले पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी जांच में सहयोग करना चाहिए. दूध का दूध पानी का पानी सामने आना चाहिए.
सरकार बनाने को लेकर क्या बोले दिलवार
सरकार गिराने की बात को लेकर विधायक मदन दिलावर ने कहा कि हम तो हर 5 साल में सरकार बनाने की कोशिश करते हैं, लेकिन बीच में सरकार अपना बनाने के लिए ऑफर लेकर आए तो उस पर विचार करते हैं. राजस्थान में कोई ऑफर के मामले में विधायक दिलावर ने कहा कि इस संबंध में उन्हें जानकारी नहीं है. हालांकि अपनी ही सरकार से कांग्रेस विधायक और नेता परेशान हैं. इसके साथ जनता भी परेशान है. झूठे वादे कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए किए थे. किसानों की कर्ज माफी से लेकर बेरोजगारों को भत्ता सब दिखावा ही साबित हुआ है.