कोटा. संभाग के सबसे बड़े अस्पताल एमबीएस में एक मरीज की मौत हो जाने के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों ने अस्पताल के स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगा दिया. परिजनों का आरोप है, चिकित्सक नाश्ता करने में व्यस्त रहे और मरीज की गंभीर हालत होने के बावजूद भी उसे नहीं देखा गया. ऐसे में मरीज की मौत हो गई. हंगामे को देखते हुए एमबीएस चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और कांस्टेबल राम लखन ने परिजनों से समझाइश की. इसके चलते बात आगे नहीं बढ़ी, केवल हंगामा ही अस्पताल में होता रहा. बाद में पुलिस टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक परिजन शांत हो गए थे.
जानकारी के मुताबिक, लाखेरी थाना इलाके के बड़ा खेड़ा निवासी बनवारी ने अज्ञात जहर का सेवन कर लिया, जिससे उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. परिजन उसे लेकर गांव से नजदीकी अस्पताल कापरेन गए, जहां पर चिकित्सकों ने उसे कोटा ले जाने की सलाह दे दी. ऐसे में परिजन उसे तुरंत कोटा लेकर पहुंचे. यहां पर एमबीएस अस्पताल में परिजन उसे लेकर आए, लेकिन परिजनों ने इमरजेंसी में बैठे चिकित्सकों पर 15 मिनट तक मरीज बनवारी को नहीं देखने का आरोप लगा दिया. साथ ही कहा, इसके चलते उसकी मौत हो गई.
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परिजनों का कहना है, वह जब रास्ते में आ रहा था, तो बोल भी रहा था, लेकिन उसे हल्की बेहोशी आ गई थी. अगर उसका समय से इलाज शुरू कर दिया जाता, तो उसकी जान बच सकती थी. परिजनों के हंगामे की सूचना मिलने पर एमबीएस चौकी पुलिस भी मौके पर पहुंची और समझाइश का क्रम शुरू किया.
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अस्पताल के स्टाफ में लगे हुए सुरक्षाकर्मी भी परिजनों को हंगामे से रोका, लेकिन उनकी परिजनों ने एक न सुनी. परिजन मेडिकल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. इन लोगों का कहना है कि इमरजेंसी रूम में बैठे हुए चिकित्सक नाश्ता कर रहे थे. देखने के पहले ही कह रहे थे कि उनका मरीज तो मर गया है. इस बात से परिजन आक्रोशित हो गए और उन्होंने जमकर हंगामा भी किया.