कोटा. जिले के दौरे पर आए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने सोमवार को जनसुनवाई की. इसके लिए दोपहर 12:00 बजे से ही उनके सिविल लाइंस स्थित निवास पर लंबी कतारें लग गई. आवेदक नगर निगम से लेकर बिजली और स्थानांतरण सहित कई मुद्दों को लेकर उनको ज्ञापन देने पहुंचे थे. इसके साथ ही सरपंचों के पीडी खाते के मामले में भी स्वागत करने पहुंचे.
इस दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की बैठक पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बैठक में जो हुआ वह सबने देखा है. हमारी कोई कोर कमेटी नहीं है. हमारा तो जो कुल एक आदमी के हाथ में सत्ता है, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत. वे सबको साथ लेकर चलते हैं. इसलिए हमें कोई कमेटी बनाने की जरूरत नहीं है.
इसके साथ ही उन्होंने चारों विधामसभा के उपचुनाव पर भी कहा कि जनता ही वहां पर विधायकों को सुनेगी. लेकिन कांग्रेस पूरे जोर-शोर से चुनाव मैदान में उतरेगी कांग्रेस एक मत भी है. वहीं जन सुनवाई पर कहा कि समस्याएं लोगों को आती है और हमारी भी कोशिश रहती है कि समस्या हो दूर हो सकें. तो उसके प्रयत्न करते हैं. जनसुनवाई के लिए मुख्यमंत्री ने भी आदेश जारी कर रखे हैं. सब मंत्रियों को आदेश है, उसी के तहत जनसुनवाई की है. हजारों की तादाद में एप्लीकेशन आई है. सभी तरह के विभाग की है. यूआईटी, नगर निगम, शिक्षा, स्वास्थ्य व बिजली विभाग सहित सभी जगह की समस्याएं हैं.
पीडी खातों पर बोले- क्यों हुआ ये नहीं कह सकता
धारीवाल ने पीडी खोतों के मामले में बोलते हुए कहा कि मैं यह नहीं कह सकता हूं कि वह क्यों हुआ था. पर यह कह सकता हूँ कि सभी सरपंच जयपुर मेरे पास आए थे, इसको लेकर मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी पत्र लिखा था. साथ ही बात भी की थी. उन्होंने इसे वाजिब मानते हुए इस बात को जबरदस्ती इश्यू बनाने की जरूरत नहीं है.
जब पत्रकारों ने पूछा कि सरकार के पास पैसा नहीं है, तो उन्होंने कहा कि ऐसी बात नहीं है. पैसा तो देना ही पड़ता है. दिल्ली में किसानों के जरिए निकाले जाने वाली परेड के मुद्दे पर भी उन्होंने कहा कि किसानों को कांग्रेस ने पहले ही समर्थन दे दिया है. राजस्थान की विधानसभा में जो तीन कानून बनाए हैं उनको देखते हुए केंद्र सरकार के लाए गए तीनों कृषि कानूनों को रदद बदल करना चाहिए.
प्रदेश में करीब 15 लाख पट्टे बांटेंगे
धारीवाल ने कहा कि प्रशासन शहरों के संग अभियान की तैयारी चल रही है. जिसके तैयारी में 6 महीने लग जाते हैं. पिछली बार हमारी सरकार ने 5 लाख पट्टे बांटे थे. इस बार 11 लाख पट्टे बांटने का इरादा है, हो सकता है इससे भी ज्यादा पट्टे बट जाएं. ये संख्या 15 लाख तक पट्टे तक हो जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि कोटा में भी 200 से ज्यादा ऐसी कॉलोनियां है जहां के लोग पट्टों से वंचित हैं. 50 से 60 का तो लेआउट प्लान हो चुका है. सभी जगह उन ही कॉलोनियों को पट्टे मिलेंगे जहां पर लेआउट प्लान पास है.