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कोटा: RPVT में 10 प्रश्नों में थी गड़बड़ी, उन्हें हटाकर 170 का रिजल्ट जारी

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Published : Oct 8, 2020, 9:48 PM IST

प्री-वेटरनरी टेस्ट 'आरपीवीटी- 2020' के पेपर में काफी गड़बड़ियां सामने आईं हैं. परीक्षा परिणाम के साथ जारी की गई संशोधित उत्तर तालिका के प्रश्नों पर उठाई गई आपत्तियों के बाद ग्रीवेंस कमेटी ने प्रश्न पत्र में पूछे गए कुल 180 प्रश्नों में से 10 प्रश्न डिलीट कर दिए. साथ ही परीक्षा परिणाम 170 प्रश्नों के आधार पर जारी किया गया.

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आरपीवीटी में 10 प्रश्नों में थी गड़बड़ी

कोटा. राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज बीकानेर की प्री-वेटरनरी टेस्ट 'आरपीवीटी- 2020' के पेपर में काफी गड़बड़ियां सामने आई हैं. परीक्षा परिणाम के साथ जारी की गई संशोधित उत्तर तालिका के प्रश्नों पर उठाई गई आपत्तियों के बाद ग्रीवेंस कमेटी ने प्रश्न पत्र में पूछे गए कुल 180 प्रश्नों में से 10 प्रश्न डिलीट कर दिए और परीक्षा परिणाम 170 प्रश्नों के आधार पर जारी किया गया.

ग्रीवेंस कमेटी ने 10 प्रश्नों का डिलीट किया जाना निश्चित तौर पर आरपीवीटी- 2020 के प्रश्न पत्र की गुणवत्ता पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है. डिलीट किए गए प्रश्नों के कारण कई परीक्षार्थी स्वयं को ठगा हुआ महसूस करते हैं. कारण यह है कि डिलीट किए गए प्रश्न सिलेबस के जिस भाग से पूछे गए थे, सिलेबस के उस भाग पर परीक्षार्थियों की अच्छी पकड़ थी और यदि ये प्रश्न त्रुटिपूर्ण नहीं होते तो परीक्षार्थी उन्हें ठीक कर सकते थे.

यह भी पढ़ें: सांसद बेनीवाल ने सहकारिता मंत्री आंजना को लिखा पत्र, की ये मांग

देव शर्मा ने बताया कि यदि प्रश्न पत्र का ध्यान पूर्वक विश्लेषण किया जाए तो ऐसा महसूस होता था कि उसकी प्रूफ़रिडिंग भी सही ढंग से नहीं की गई थी. प्रश्नों में तकनीकी खामियां तो थी हीं, प्रश्नों की भाषा में भी खामियां थीं. एक प्रश्न में अधिकतम वेग के स्थान पर सिर्फ वेग लिखा हुआ था. जबकि एक प्रश्न में तो बॉल की स्पेलिंग ही गलत थी. शर्मा ने बताया कि इस प्रकार के गुणवत्ताहीन प्रश्न पत्रों के कारण प्रतियोगिता के स्तर और रेपुटेशन में गिरावट आती है. कई बार खराब रेपुटेशन के कारण प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रतियोगिता में भाग ही नहीं लेते. इस परीक्षा के जरिए यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी से संबद्ध संस्थानों के बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी (बीवीएससी एंड एएच) पाठ्यक्रम में होता है.

यह भी पढ़ें: स्पेशल: गरीब बच्चों के सपनों को उड़ान दे रहा सुपर 30, तीस में से 28 बच्चों का IIT में सेलेक्शन

एक हजार रुपए है काउंसलिंग फीस

आरपीवीटी- 2020 में सफल विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन एडमिशन काउंसलिंग की प्रक्रिया 8 अक्टूबर से शुरू हो गई है. रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आगामी 15 अक्टूबर तक जारी रहेगी. देव शर्मा ने बताया कि एडमिशन काउंसलिंग हेतु रजिस्ट्रेशन शुल्क 1,000 रुपए रखा गया है. यूनिवर्सिटी की जारी की गई विज्ञप्ति में यह स्पष्ट नहीं है. देव शर्मा ने बताया कि यूनिवर्सिटी से संबद्ध बीकानेर, उदयपुर और जयपुर के प्रत्येक सरकारी महाविद्यालयों में बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी (बीवीएससी एंड ए-एच) पाठ्यक्रम की 28 रेगुलर और 40-पेमेंट सीटें उपलब्ध हैं. पेमेंट सीट की फीस रुपए 2 लाख प्रति वर्ष है. यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी प्राइवेट महाविद्यालयों में मात्र पेमेंट सीटें ही उपलब्ध हैं, जिनकी फीस 5 लाख रुपए प्रति वर्ष है. यहां सभी सीटों पर राजस्थान के मूल निवासी विद्यार्थी ही प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं.

कोटा. राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज बीकानेर की प्री-वेटरनरी टेस्ट 'आरपीवीटी- 2020' के पेपर में काफी गड़बड़ियां सामने आई हैं. परीक्षा परिणाम के साथ जारी की गई संशोधित उत्तर तालिका के प्रश्नों पर उठाई गई आपत्तियों के बाद ग्रीवेंस कमेटी ने प्रश्न पत्र में पूछे गए कुल 180 प्रश्नों में से 10 प्रश्न डिलीट कर दिए और परीक्षा परिणाम 170 प्रश्नों के आधार पर जारी किया गया.

ग्रीवेंस कमेटी ने 10 प्रश्नों का डिलीट किया जाना निश्चित तौर पर आरपीवीटी- 2020 के प्रश्न पत्र की गुणवत्ता पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है. डिलीट किए गए प्रश्नों के कारण कई परीक्षार्थी स्वयं को ठगा हुआ महसूस करते हैं. कारण यह है कि डिलीट किए गए प्रश्न सिलेबस के जिस भाग से पूछे गए थे, सिलेबस के उस भाग पर परीक्षार्थियों की अच्छी पकड़ थी और यदि ये प्रश्न त्रुटिपूर्ण नहीं होते तो परीक्षार्थी उन्हें ठीक कर सकते थे.

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देव शर्मा ने बताया कि यदि प्रश्न पत्र का ध्यान पूर्वक विश्लेषण किया जाए तो ऐसा महसूस होता था कि उसकी प्रूफ़रिडिंग भी सही ढंग से नहीं की गई थी. प्रश्नों में तकनीकी खामियां तो थी हीं, प्रश्नों की भाषा में भी खामियां थीं. एक प्रश्न में अधिकतम वेग के स्थान पर सिर्फ वेग लिखा हुआ था. जबकि एक प्रश्न में तो बॉल की स्पेलिंग ही गलत थी. शर्मा ने बताया कि इस प्रकार के गुणवत्ताहीन प्रश्न पत्रों के कारण प्रतियोगिता के स्तर और रेपुटेशन में गिरावट आती है. कई बार खराब रेपुटेशन के कारण प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रतियोगिता में भाग ही नहीं लेते. इस परीक्षा के जरिए यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी से संबद्ध संस्थानों के बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी (बीवीएससी एंड एएच) पाठ्यक्रम में होता है.

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एक हजार रुपए है काउंसलिंग फीस

आरपीवीटी- 2020 में सफल विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन एडमिशन काउंसलिंग की प्रक्रिया 8 अक्टूबर से शुरू हो गई है. रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आगामी 15 अक्टूबर तक जारी रहेगी. देव शर्मा ने बताया कि एडमिशन काउंसलिंग हेतु रजिस्ट्रेशन शुल्क 1,000 रुपए रखा गया है. यूनिवर्सिटी की जारी की गई विज्ञप्ति में यह स्पष्ट नहीं है. देव शर्मा ने बताया कि यूनिवर्सिटी से संबद्ध बीकानेर, उदयपुर और जयपुर के प्रत्येक सरकारी महाविद्यालयों में बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी (बीवीएससी एंड ए-एच) पाठ्यक्रम की 28 रेगुलर और 40-पेमेंट सीटें उपलब्ध हैं. पेमेंट सीट की फीस रुपए 2 लाख प्रति वर्ष है. यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी प्राइवेट महाविद्यालयों में मात्र पेमेंट सीटें ही उपलब्ध हैं, जिनकी फीस 5 लाख रुपए प्रति वर्ष है. यहां सभी सीटों पर राजस्थान के मूल निवासी विद्यार्थी ही प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं.

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