कोटा. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ कोटा में भी दिल्ली के शाहीन बाग की तरह प्रदर्शन चल रहा है. दशहरा मैदान के पास ईदगाह के बाहर हो रहे प्रदर्शन के दौरान रात को वहां से निकल रहे दो शिक्षकों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. जहां पर प्रदर्शनकारियों ने उनकी कार में भी तोड़फोड़ की.
इस मामले में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ किशोरपुरा थाने में देर रात को पीड़ित ने शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने सुबह तक मामला दर्ज नहीं किया. ऐसे में वहां पर हिंदू संगठन के लोग सैकड़ों की संख्या में पहुंच गए और हंगामा किया. इसके बाद पुलिस ने परिवादी की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार पिछले 14 दिनों से कोटा के ईदगाह इलाके में सीएए के खिलाफ लगातार प्रदर्शन चल रहा है. जहां देर रात प्रदर्शनकारी महिलाओं के साथ सड़क पर खड़े लोगों ने वहां से गुजर रही एक कार को रोक लिया. साथ ही कार सवार दो शिक्षकों के साथ मारपीट करते हुए उनकी कार में तोड़फोड़ कर दी.
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ड्यूटी अफसर पर भी लगाए आरोप
पीड़ित पंकज शर्मा का कहना है कि वह जैसे तैसे हाथ पैर जोड़कर अपनी जान बचा कर किशोरपुरा थाने पहुंचे और बदमाशों के खिलाफ शिकायत दी, लेकिन पुलिस देर रात को भी मौके पर नहीं पहुंची थी. साथ ही परिवादी ने आरोप लगाया है कि उन्होंने शिकायत दी तो मौजूदा एएसआई अब्दुल लतीफ ने मारपीट करने वाले पक्ष को भी शिकायत देने के लिए फोन कर दिया. साथ ही धमकाया कि इस तरह से नाटक करने की जरूरत नहीं है. जिसके बाद उसने अपने समर्थकों को थाने पर बुलवा लिया और देखते ही देखते थाने के बाहर हंगामा खड़ा हो गया.
एएसआई के खिलाफ शिकायत
पुलिस के आला अधिकरियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अन्य थाने से पुलिस टीम को भेज कर पीड़ित पंकज शर्मा और अंकुर गुप्ता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए मारपीट करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. साथ ही पीड़ित शिक्षकों ने किशोरपुरा थाने में एसपी सिटी के नाम पर एएसआई अब्दुल लतीफ के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने और धमकाने की शिकायत दी है.