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इस कोर्स के जरिए सीधा IIT में ले सकते हैं प्रवेश, नॉर्थ सेंट्रल जोन में भी जोधपुर करवाएगा यह कोर्स - प्रिपरेटरी कोर्स

नॉर्थ-सेंट्रल जोन में प्रिपरेटरी कोर्स के आयोजन के लिए आईआईटी जोधपुर (IIT Jodhpur) का चयन किया गया है. नॉर्थ सेंट्रल जोन में दिल्ली, जम्मू व जोधपुर शामिल हैं. ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSAA) ने आईआईटी संस्थानों के सभी सातों जोन के प्रिपरेटरी कोर्स प्रारंभ किए जाने के निर्देश दिए हैं.

IIT Jodhpur
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Published : Nov 24, 2021, 4:12 PM IST

कोटा. शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संस्थानों (IIT) के सभी सातों जोन प्रिपरेटरी कोर्स का आयोजन करेंगे. नॉर्थ-सेंट्रल जोन में प्रिपरेटरी कोर्स के आयोजन के लिए आईआईटी जोधपुर (IIT Jodhpur) का चयन किया गया है. नॉर्थ सेंट्रल जोन में दिल्ली, जम्मू व जोधपुर शामिल हैं. ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSAA) ने आईआईटी संस्थानों के सभी सातों जोन के प्रिपरेटरी कोर्स प्रारंभ किए जाने के निर्देश दिए हैं.

इसके अनुसार पहले प्रिपरेटरी कोर्स कुछ चिन्हित जोन के आईआईटी संस्थान ही आयोजित करते थे. ऐसे में प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को असुविधा होती थी, लेकिन प्रत्येक जोन में प्रिपरेटरी कोर्स शुरू किए जाने का निर्णय विद्यार्थियों के लिए सुविधाजनक होगा.

पढ़ें: NEET UG 2021: MCC की एडवायजरी जारी, मेरिट ही रहेगा MBBS और BDS में एडमिशन का आधार

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को आईआईटी संस्थानों में 1 वर्ष तक शैक्षणिक ट्रेनिंग दी जाती है. जिसके बाद परीक्षा आयोजित की जाती है. परीक्षा में सफल विद्यार्थियों को अगले शैक्षणिक वर्ष में आईआईटी संस्थानों के बीटेक, इंटीग्रेटेड एमटेक, डुएल-डिग्री व अन्य कोर्सेज में प्रवेश किया जाता है. वर्ष 2021 में प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में शैक्षणिक ट्रेनिंग दी जाएगी. जिसकी परीक्षा में सफल विद्यार्थियों को वर्ष 2022 में संबंधित आईआईटी संस्थानों के बीटेक, इंटीग्रेटेड-एमटेक तथा डुएल-डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाएगा.

पढ़ें: Chief Minister Jan Awas Yojana: कमजोर आय वर्ग के परिवारों को मिलेगा आशियाना, जेडीए तैयार करवा रहा 1192 आवास

कौन ले सकता है प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश

शर्मा ने बताया कि यह प्रिपरेटरी जेईई एडवांस क्वालीफाई करने वाले आरक्षित वर्ग एससी, एसटी और फिजिकली हैंडिकैप्ड कैटेगरी के स्टूडेंट्स के लिए होता है. ये वे छात्र हैं जो आईआईटी में प्रवेश लेने वाले इनकी कैटेगरी के स्टूडेंट्स से कुछ निचली रैंक जेईई एडवांस में लेकर आए हैं. इस कारण आईआईटी में प्रवेश नहीं हुआ है, ऐसे विद्यार्थियों को आईआईटी कहता है कि प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश में प्रवेश लेकर अगर वे पढ़ाई करते हैं, तो अगले साल उन्हें आईआईटी में सीधा प्रवेश मिल सकता है.

पढ़ें: Farm laws: एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड मंत्री मुरारी लाल ने संभाला पदभार, बोले- '3 कृषि कानून वापस लेना मेरे लिए शुभ संकेत'

नहीं समाप्त होती इंजीनियरिंग एंट्रेंस परीक्षा देने पात्रता

शर्मा ने बताया कि इस कोर्स के बाद परीक्षा में आईआईटी फेल और पास दो रिजल्ट जारी करता है. इनमें पास होने वाले विद्यार्थियों को अगले साल आईआईटी में प्रवेश मिल जाता है. यदि कोई विद्यार्थी शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश लेता है, तो वह आईआईटी में प्रवेश के लिए जेईईमेन व एडवांस्ड 2022 परीक्षा में भाग लेने के लिए पात्र रहेगा. प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश लेने पर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन व एडवांस में भाग लेने की पात्रता समाप्त नहीं होगी.

कोटा. शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संस्थानों (IIT) के सभी सातों जोन प्रिपरेटरी कोर्स का आयोजन करेंगे. नॉर्थ-सेंट्रल जोन में प्रिपरेटरी कोर्स के आयोजन के लिए आईआईटी जोधपुर (IIT Jodhpur) का चयन किया गया है. नॉर्थ सेंट्रल जोन में दिल्ली, जम्मू व जोधपुर शामिल हैं. ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSAA) ने आईआईटी संस्थानों के सभी सातों जोन के प्रिपरेटरी कोर्स प्रारंभ किए जाने के निर्देश दिए हैं.

इसके अनुसार पहले प्रिपरेटरी कोर्स कुछ चिन्हित जोन के आईआईटी संस्थान ही आयोजित करते थे. ऐसे में प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को असुविधा होती थी, लेकिन प्रत्येक जोन में प्रिपरेटरी कोर्स शुरू किए जाने का निर्णय विद्यार्थियों के लिए सुविधाजनक होगा.

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कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को आईआईटी संस्थानों में 1 वर्ष तक शैक्षणिक ट्रेनिंग दी जाती है. जिसके बाद परीक्षा आयोजित की जाती है. परीक्षा में सफल विद्यार्थियों को अगले शैक्षणिक वर्ष में आईआईटी संस्थानों के बीटेक, इंटीग्रेटेड एमटेक, डुएल-डिग्री व अन्य कोर्सेज में प्रवेश किया जाता है. वर्ष 2021 में प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में शैक्षणिक ट्रेनिंग दी जाएगी. जिसकी परीक्षा में सफल विद्यार्थियों को वर्ष 2022 में संबंधित आईआईटी संस्थानों के बीटेक, इंटीग्रेटेड-एमटेक तथा डुएल-डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाएगा.

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कौन ले सकता है प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश

शर्मा ने बताया कि यह प्रिपरेटरी जेईई एडवांस क्वालीफाई करने वाले आरक्षित वर्ग एससी, एसटी और फिजिकली हैंडिकैप्ड कैटेगरी के स्टूडेंट्स के लिए होता है. ये वे छात्र हैं जो आईआईटी में प्रवेश लेने वाले इनकी कैटेगरी के स्टूडेंट्स से कुछ निचली रैंक जेईई एडवांस में लेकर आए हैं. इस कारण आईआईटी में प्रवेश नहीं हुआ है, ऐसे विद्यार्थियों को आईआईटी कहता है कि प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश में प्रवेश लेकर अगर वे पढ़ाई करते हैं, तो अगले साल उन्हें आईआईटी में सीधा प्रवेश मिल सकता है.

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नहीं समाप्त होती इंजीनियरिंग एंट्रेंस परीक्षा देने पात्रता

शर्मा ने बताया कि इस कोर्स के बाद परीक्षा में आईआईटी फेल और पास दो रिजल्ट जारी करता है. इनमें पास होने वाले विद्यार्थियों को अगले साल आईआईटी में प्रवेश मिल जाता है. यदि कोई विद्यार्थी शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश लेता है, तो वह आईआईटी में प्रवेश के लिए जेईईमेन व एडवांस्ड 2022 परीक्षा में भाग लेने के लिए पात्र रहेगा. प्रिपरेटरी कोर्स में प्रवेश लेने पर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन व एडवांस में भाग लेने की पात्रता समाप्त नहीं होगी.

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