कोटा. जिले के ग्रामीण इलाके की कैथून थाने से एक 17 वर्षीय नाबालिग किशोरी घर से लापता हो गई. इस संबंध में परिजनों ने एक युवक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में किशोरी को भगाकर ले जाने का मुकदमा दर्ज करवाया. जिसके बाद जब पुलिस ने उसे तलाश किया. तब वह एक युवक के साथ फरार हुई थी. बालिका को पुलिस ने हरियाणा से दस्तयाब किया है. हालांकि बालिका ने कहा कि परिजन उसका बिना मर्जी से बाल विवाह करना चाह रहे थे, इसी के चलते वह युवक के साथ चली गई थी.
मामले के अनुसार कैथून थाना इलाके की 17 वर्षीय बालिका 2 अप्रैल को घर से बिना बताए चली गई. इस संबंध में पुलिस में मुकदमा भी दर्ज हुआ. इसके बाद बालिका की पड़ताल में पुलिस जुट गई. तकनीकी अनुसंधान के आधार पर पुलिस ने 14 दिनों बाद किशोरी को हरियाणा से दस्तयाब कर लिया. बालिका हरियाणा में एक युवक के साथ मिली, जो कि उसके पड़ोस में ही रहता था. पुलिस ने नाबालिग किशोरी को बाल कल्याण समिति के सदस्य मधुबाला शर्मा के सामने पेश किया. मधुबाला शर्मा ने बताया कि नाबालिग ने बयान दिए हैं कि उसके परिजन जबरन शादी करना चाहते थे, इसी वजह से वह भाग गई थी.
लड़की ने मांगी अपने परिजनों से सुरक्षा
बालिका ने एक शिकायत बाल कल्याण समिति के सदस्य मधु शर्मा को पेश की है, जिसमें उसने कहा है कि पड़ोस में रहने वाले युवक के साथ उसकी 5 साल से दोस्ती थी. इसीलिए वह बिना बताए उसके साथ चली गई थी. उसके परिजन कोर्ट में 164 के बयानों को बदलने का दबाव बना रहे हैं. साथ ही लड़के के खिलाफ बयान देने के लिए जबरन परेशान कर रहे हैं. उसने अपने परिजनों से सुरक्षा की मांग भी की है. वहीं किशोरी ने कहा है कि उसके परिजन उसके दोस्त और उसकी हत्या करना चाहते हैं. जिसके बाद बाल कल्याण समिति के सदस्य मधु शर्मा ने कैथून थाना पुलिस को इस संबंध में पत्र भी जारी कर उचित कार्रवाई के लिए लिखा है.