कोटा. शहर की महावीर नगर थाना पुलिस ने ई-मित्र की फर्जी रसीद बना कर उपभोक्ताओं को लाखों रुपए की चपत लगाने वाले आरोपी कृष्ण गोपाल उर्फ रवि शुक्ला को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है. आरोपी से पहले भी करोड़ों रुपए की ठगी बिजली और नल के बिलों के जरिए कर चुका है. जिससे उपभोक्ताओं को काफी नुकसान हुआ है.
पुलिस का कहना है कि आचार्य कंप्यूटर में कृष्ण गोपाल उर्फ प्रवीण शुक्ला को हाड़ौती में ई-मित्र खोलने के लिए ठेका दिया था. इसके तहत उसने कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ के साथ-साथ चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा जिले में करीब 300 ई-मित्र खोले थे. कृष्ण गोपाल कंप्यूटर का अच्छा जानकार है. उसने ई-मित्र के जैसा ही एक सॉफ्टवेयर तैयार किया हुआ है.
बता दें कि जो भी उपभोक्ता ई-मित्र पर पैसा जमा कराने आता उसको फर्जी सॉफ्टवेयर के जरिए नकली रसीद निकाल कर दे देता है. उपभोक्ता अपना बिल जमा समझ कर घर चले जाते. जब बिल में जमा की गई राशि वापस जुड़ कर आती और बिल को बकाया बताया जाता, तब उपभोक्ताओं ने इसकी शिकायत की. इसके बाद ही इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. आरोपी दूसरों के नाम ई-मित्र लेता और अपने लैपटॉप के जरिए फर्जी रसीदें निकाल कर पैसे का गबन कर लेता था.
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पुलिस का कहना है कि बारां जिले में बिजली के बिलों में करीब 90 लाख रुपए के गबन किया. इसके बाद कोटा के रंगबाड़ी एरिया में नल के बिलों में गड़बड़ी करते हुए 20 लाख रुपए का उपभोक्ताओं के गबन किया. साथ ही केशवरायपाटन में 17.50 लाख और लाखेरी में भी इसी तरह 9 लाख रुपए का गबन किया.
पुलिस का कहना है कि आरोपी बारां जिले में बिजली बिलों के गबन के मामले में जेल में बंद था. पुलिस का कहना है कि आरोपी महंगी गाड़ियों का शौकीन था. उसने चार महंगी गाड़ियां खरीदी थी. आरोपी शुक्ला ने गबन की राशि से मकान खरीद लिया. इसके अलावा महंगी शराब पीने का भी आदि है.