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कोटा: मंडाना कस्बे में 2 साल से बंद पड़ा है CHC, राजावत की अगुवाई में प्रदर्शन कर दी चेतावनी

कोटा में मंडाना कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के 9 करोड़ की लागत से नवीन भवन बन जाने के बाद भी वहां डिस्पेंसरी अभी तक शुरू नहीं हुई है. इसको लेकर आक्रोशित बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पूर्व संसदीय सचिव भवानी सिंह राजावत की अगुवाई में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर उग्र प्रदर्शन किया.

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सीएचसी को शिफ्ट करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
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Published : Feb 4, 2021, 7:04 AM IST

रामगंजमंडी (कोटा). बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पूर्व संसदीय सचिव भवानी सिंह राजावत की अगुवाई में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर उग्र प्रदर्शन किया. साथ ही मांग किया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को नए भवन में शिफ्ट कर डाॅक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ की व्यवस्था करने की सरकार ने घोषणा नहीं की तो वे अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देंगे.

पूर्व संसदीय सचिव भवानी सिंह राजावत लोगों को संबोधित करते हुए

पूर्व विधायक राजावत ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि साल 2008 में मंडाना में सीएचसी की स्थापना की गई. उसके बाद अभावों और अव्यवस्थाओं में यह केन्द्र चलता रहा. लेकिन 3 साल पहले बीजेपी शासन में हमने 9 करोड़ से ज्यादा की लागत का चिकित्सालय भवन बनाकर तैयार किया. क्योंकि पुराना भवन कस्बे की गलियों में था, जहां आने-जाने में ग्रामीणों को असुविधा होती थी. यह ऐसा स्वास्थ्य केन्द्र है, जिसमें 10 हजार मंडाना कस्बे के और 50 हजार आसपास के गांवों के लोग बीमार होने पर उपचार के लिए आते हैं.

यह भी पढ़ें: पापड़ व्यापारी के घर में आग लगने से सारा सामान जलकर खाक, लोकसभा अध्यक्ष ने दी सहायता राशि

लेकिन बड़ी विडंबना है कि दो साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी स्वास्थ्य केन्द्र नए भवन में स्थानान्तरित नहीं हो पाया. जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग- 52 पर 60 किलोमीटर की दूरी के बीच यह एकमात्र अस्पताल है, जिसमें दुर्घटनाग्रस्त गंभीर घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए लाया जाता है. यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों को छोड़कर ड्यूटी डाॅक्टर भी 24 घण्टे उपलब्ध नहीं रहता. केन्द्र और राज्य सरकार लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण मंडाना से गंभीर रोगियों को 40 किलोमीटर दूर कोटा लाने में कई लोगों की दुखद मौत हो जाती है.

यह भी पढ़ें: पानी के टैंकर की चपेट में आने से 13 वर्षीय बालक की मौत

राजावत ने जिला कलेक्टर को इस गंभीर मामले से अवगत करवाया, उसके बाद नायब तहसीलदार अनीता सिंह, ब्लाॅक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमल भार्गव, पुलिस उपाधीक्षक नेत्रपाल सिंह ने प्रदर्शनकारियों के बीच आकर भरोसा दिलवाया कि आगामी 10 दिन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को नए भवन में स्थानान्तरित कर दिया जाएग. आने वाले समय में सभी डाॅक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ पूरी तरह ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे. प्रदर्शनकारियों को बीजेपी मंडाना मंडल अध्यक्ष हुकमचन्द शर्मा, पूर्व मंडल अध्यक्ष जगदीश हाड़ा, महामंत्री नवल मेघवाल, पूर्व सरपंच दुर्गालाल मीणा, किसान मोर्चा उपाध्यक्ष जयकिशन मीणा, राजेश राव, जोगेन्द्र सिंह और आदित्य पाठक आदि ने भी संबोधित किया.

रामगंजमंडी (कोटा). बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पूर्व संसदीय सचिव भवानी सिंह राजावत की अगुवाई में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर उग्र प्रदर्शन किया. साथ ही मांग किया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को नए भवन में शिफ्ट कर डाॅक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ की व्यवस्था करने की सरकार ने घोषणा नहीं की तो वे अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देंगे.

पूर्व संसदीय सचिव भवानी सिंह राजावत लोगों को संबोधित करते हुए

पूर्व विधायक राजावत ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि साल 2008 में मंडाना में सीएचसी की स्थापना की गई. उसके बाद अभावों और अव्यवस्थाओं में यह केन्द्र चलता रहा. लेकिन 3 साल पहले बीजेपी शासन में हमने 9 करोड़ से ज्यादा की लागत का चिकित्सालय भवन बनाकर तैयार किया. क्योंकि पुराना भवन कस्बे की गलियों में था, जहां आने-जाने में ग्रामीणों को असुविधा होती थी. यह ऐसा स्वास्थ्य केन्द्र है, जिसमें 10 हजार मंडाना कस्बे के और 50 हजार आसपास के गांवों के लोग बीमार होने पर उपचार के लिए आते हैं.

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लेकिन बड़ी विडंबना है कि दो साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी स्वास्थ्य केन्द्र नए भवन में स्थानान्तरित नहीं हो पाया. जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग- 52 पर 60 किलोमीटर की दूरी के बीच यह एकमात्र अस्पताल है, जिसमें दुर्घटनाग्रस्त गंभीर घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए लाया जाता है. यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों को छोड़कर ड्यूटी डाॅक्टर भी 24 घण्टे उपलब्ध नहीं रहता. केन्द्र और राज्य सरकार लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण मंडाना से गंभीर रोगियों को 40 किलोमीटर दूर कोटा लाने में कई लोगों की दुखद मौत हो जाती है.

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राजावत ने जिला कलेक्टर को इस गंभीर मामले से अवगत करवाया, उसके बाद नायब तहसीलदार अनीता सिंह, ब्लाॅक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमल भार्गव, पुलिस उपाधीक्षक नेत्रपाल सिंह ने प्रदर्शनकारियों के बीच आकर भरोसा दिलवाया कि आगामी 10 दिन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को नए भवन में स्थानान्तरित कर दिया जाएग. आने वाले समय में सभी डाॅक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ पूरी तरह ड्यूटी पर उपस्थित रहेंगे. प्रदर्शनकारियों को बीजेपी मंडाना मंडल अध्यक्ष हुकमचन्द शर्मा, पूर्व मंडल अध्यक्ष जगदीश हाड़ा, महामंत्री नवल मेघवाल, पूर्व सरपंच दुर्गालाल मीणा, किसान मोर्चा उपाध्यक्ष जयकिशन मीणा, राजेश राव, जोगेन्द्र सिंह और आदित्य पाठक आदि ने भी संबोधित किया.

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