कोटा. बहुचर्चित अफीम तस्करी और घूसखोरी कांड में एक नया खुलासा हुआ है. कोटा एसीबी के अनुसार नारकोटिक्स के अधिकारी ही अफीम तस्करी करवाते थे. एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रशील ठाकुर ने बताया कि पिछले दिनों चित्तौड़गढ़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर पकड़े गए अफीम तस्कर छगन जाट ने पूछताछ में खुलासा किया है.
तस्कर छगन ने पूछताछ में बताया कि नारकोटिक्स के अधिकारियों की मिलीभगत से पूरा नेटवर्क चल रहा था. जिसके बाद नारकोटिक्स के अधिकारियों की भूमिका की जांच की जा रही है. मामले में वांछित चित्तौड़गढ़ के जिला अफीम अधिकारी एवं नारकोटिक्स अधीक्षक सुधीर यादव फिलहाल फरार चल रहे हैं. जिनकी गिरफ्तारी के लिए उनके कई ठिकानों पर एसीबी ने दबिश भी दी थी. लेकिन यादव का कोई सुराग नहीं मिला.
उधर कोटा एसीबी ने गुरूवार को 10 दिन की रिमांड अवधि पूरी होने पर छगन जाट को उदयपुर कोर्ट में पेश किया है. जहां से 5 दिन के रिमांड पर कोटा एसीबी के हवाले कर दिया है. अब एसीबी जाट से पूछताछ के बाद अधिकारियों की मिलीभगत के खेल से जुड़े और कई बड़े खुलासे कर सकती है.