कोटा. कांग्रेस के सांगोद से विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर हाईवे की बदहाल हालत के बावजूद टोल वसूली पर आपत्ति जताई है. इससे पहले विधायक भरत सिंह ने जनता की समस्याओं के समाधान के लिए प्रधानमंत्री, लोकसभा स्पीकर, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को पत्र लिख चुके हैं.
विधायक भरत सिंह का कहना है कि ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर के नेशनल हाईवे 27 का बारां जिले में अंता से बारां तक पूरा हाईवे खराब है. यहां पर वाहनों को निकलने में घंटों लग जाते हैं. यह पूरा रास्ता चलने योग्य नहीं है. पूरा यातायात एक सिंगल रोड पर ही डाइवर्ट करके गुजारा जा रहा है, जोकि गड्ढों से भरा हुआ है. साथ ही भरत सिंह ने पत्र में यह भी लिखा है कि वे स्वीकार करते हैं कि बारां जिले में भ्रष्ट राजनेताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग 27 के ठेकेदारों को काम करने में परेशान किया जाता रहा है. भ्रष्टाचार हमारी व्यवस्था का हिस्सा बन गया है. इसमें दोनों पार्टियों में अंतर नहीं है.
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डामरीकरण नहीं होने पर जताई आपत्ति
विधायक भरत सिंह ने लिखा है कि वर्ष 2014 से ही मोदी सरकार केंद्र में है. कोटा-बूंदी और बारां-झालावाड़ के सांसद भी भाजपा से ही हैं. वर्तमान में लोकसभा स्पीकर कोटा के सांसद हैं, लेकिन 2009 में पूरा हुए इस हाईवे में 2015 और 2020 में डामरीकरण होना था, जो एक बार भी पूरा नहीं हुआ है. जबकि 2020 में सितंबर का महीना आ गया है. ऐसे में टोल वसूली लगातार बढ़ाते हुए दर से ही ली जा रही है. इसे बंद कर दिया जाए.
खराब हाईवे के लिए खोल दिया था मोर्चा
कोटा जिले की सांगोद सीट से 2018 में विधायक बनने के बाद भी भरत सिंह ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. एनएचएआई के सिमलिया टोल पर कई बार प्रदर्शन भी किए गए. उनकी मांग थी कि नेशनल हाईवे 27 पर कोटा से 104 किलोमीटर तक सड़क खराब है. उसको दुरुस्त करने की मांग उठाई थी. इसके लिए धरने प्रदर्शन भी कई बार विधायक भरत सिंह ने किए थे.