कोटा. जिले के भीमगंजमंडी थाना इलाके में स्टेशन रोड पर सोमवार को युवक की करंट लगने से मौत हो गई. युवक अपने बच्चों को ट्यूशन छोड़ने जा रहा था. इस दौरान उसकी बाइक स्लिप हो गई और वह पानी के गड्ढे में जा गिरा.
गड्ढे में भरे हुए पानी में अचानक करंट दौड़ गया. जिसके चलते उसकी की मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने डंडे की मदद से युवक को जैसे तैसे बाहर निकाला. पुलिस उसे एमबीएस अस्पताल लेकर पहुंची तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने मृतक के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है. घटना के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने अस्पताल पहुंचकर मृतक के परिजनों से मुलाकात (Man dies due to electrocution) की.
इस घटना के बाद से व्यापारियों ने पूरे मार्केट को बंद करवा भीमगंजमंडी थाने के सामने प्रदर्शन पर बैठ गए. इतना ही नहीं व्यापारियों ने रास्ते तक जाम कर दिए. मृतक सोनू मीणा पान की दुकान संचालित करता था और वह रानीजी का हत्था गुरुद्वारे के नजदीक रहता था. यह हादसा सुबह करीब 9 बजे आईसीआईसीआई बैंक के नजदीक घटित हुआ है. स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सड़क को चौड़ा करने का काम यहां चल रहा है. इसी वजह से ठेकेदार ने सड़क पर बड़ा गड्ढा किया था. गनीमत रही कि दोनों बच्चे सड़क पर गिरे, जिसकी वजह से उनकी जान बच गई. करंट गड्ढे में से गुजर रही किसी बिजली की केबल के चलते आया है. दूसरी तरफ मृतक के परिजनों से मिलने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी पर पहुंचे. जहां पर उन्होंने मृतकों के परिजनों से बातचीत की.
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स्थानीय व्यक्ति संजय शर्मा का कहना है कि कई दिनों से गड्ढा खुदा हुआ है. ठेकेदार को कई बार कह दिया, लेकिन न तो इस गड्ढे से पानी निकालकर उसे खाली करवाया जा रहा है और न ही सही किया जा रहा है. इसमें एक जीप और कार पहले भी गिर चुकी है. साथ ही पैदल गुजरने वाले लोग भी हादसे का शिकार हो चुके हैं. ठेकेदार इस संबंध में कोई सुनता है, नहीं कोई कार्रवाई की जा रही है. जिसके चलते लगातार हादसे हो रहे हैं. व्यापारियों ने कहा कि आज जिस तरह का हादसा हुआ है, उससे अन्य लोगों की भी जान जा सकती है.
बिजली कंपनी ने बताई यूआईटी की गलतीः निजी बिजली कम्पनी केईडीएल चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर शांतनु भट्टाचार्य ने इस पूरे मामले में नगर विकास न्यास की गलती बताई है. उन्होंने कहा कि करंट से मौत की सूचना के बाद तत्काल संबंधित क्षेत्र में बिजली बंद कर दी और एईएन रूपेश बोशाक की अगुवाई में टीम मौके पर पहुंच गई. यह हादसा यूआईटी की ओर से नाले के निर्माण के लिए खुदाई कार्य के चलते हुआ है. मौके पर टीम ने जांच की तो पाया कि यहां बिजली की सर्विस लाइनें भी यूआईटी की ओर से की गई खुदाई के दौरान कटी हुई हैं. खुदाई से बने गड्ढे में भरे पानी में सर्विस लाइन कटने से करंट आ रहा था. इस हादसे में केईडीएल की कोई गलती नहीं है, यूआईटी की जेसीबी ने रात के अंधेरे में भूमिगत सर्विस लाइनों को काट दिया और सर्विस लाइनें कट जाने की भी सूचना केईडीएल को नहीं दी, जिससे यह हादसा हुआ है.
अनियोजित विकास की भेंट चढ़ा सोनूः इस मामले में पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने भी यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर हमला बोल दिया है. उन्होंने कहा कि कोटा में चल रहे अनियोजित विकास की भेंट एक और नौजवान सोनू मीणा असमय काल के गाल में समा गया. ये केंद्र सरकार की ओर से स्मार्ट सिटी के लिए दिए पैसों को पलीता लगाकर कोटा को विश्वस्तरीय अजूबा शहर बनाने की मंत्री धारीवाल की जिद्द का परिणाम है. उन्होंने कहा इसमें सिर्फ केईडीएल को जिम्मेदार बताना मूर्खतापूर्ण बात होगी. धारीवाल के विकास की भेंट दर्जनों शहरवासी चढ़ चुके हैं. सड़कों पर गड्ढे खोद रखे हैं. इसमें केईडीएल की भी लापरवाही हो सकती है, लेकिन गड्ढा यूआईटी ने खोदा है. सड़क यूआईटी बना रही है या आरयूडीपीआई का काम हो रहा है. तो क्या गड्ढा खोदकर लोगों को मरने के लिए छोड़ रखा है?.