कोटा. शहर के महावीर नगर थाने में हिरासत के दौरान मौत का मामला सामने आया है. जिसमें प्रदेश स्तर पर राजनीति गरमाई हुई है. भाजपा ने प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग कर रही है. वहीं कांग्रेस ने भी इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं.
हालांकि अब जब दोनों ही राजनीतिक दलों के निशाने पर पुलिस है. ऐसे में स्थानीय लोग पुलिस के समर्थन में आकर खड़े हो गए हैं. शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पहले तो पुलिस के समर्थन में महावीर नगर थाने के बाहर नारेबाजी की. इसके बाद कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर ज्ञापन भी दिया है.
महावीर नगर महावीर नगर थाने में हनुमान महावर की हिरासत में मौत का मामला सामने आया था. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए थानाधिकारी महेश सिंह को निलंबित कर दिया. वहीं थाने के चार सब इंस्पेक्टर सहित 21 पुलिस कार्मिकों को लाइन हाजिर कर दिया है.
पढ़ें: सराफ के विवादित बयान पर सीएम गहलोत का जवाब, कहा- मंत्री रहे व्यक्ति को ऐसी भाषा शोभा नहीं देती...
इस मामले में स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने पुलिस के समर्थन में प्रदर्शन किया. पहले सैकड़ों की संख्या में महावीर नगर थाने पहुंचे. जहां पर स्टाफ को वापस लगाने की मांग को लेकर नारेबाजी की. इसके बाद यह लोग जिला कलेक्ट्रेट पहुंच गए. जहां पर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है.
पढ़ें: अनुच्छेद 370 हटने से सबसे ज्यादा नुकसान कश्मीरी पंडितों को...मानवेंद्र सिंह तो यही कह रहे हैं
लोगों द्वारा मांग की गई है कि निलंबित थाना अधिकारी का निलंबन वापस लिया जाए. वहीं लाइन हाजिर किए गए स्टाफ को भी दोबारा थाने में ही पदस्थापित किया जाए. इन लोगों ने आरोप लगाया कि राजनीतिक दल इस मामले में पुलिस को निशाना बना रहे हैं और राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं.