कोटा. कोटा मेडिकल कॉलेज में जिले के साथ-साथ बारां, बूंदी और सवाई माधोपुर के नमूने भी कोरोना वायरस टेस्ट के लिए आ रहे हैं. इसको देखते हुए राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि बारां और बूंदी में भी कोरोना वायरस की जांच के लिए लैब स्थापित की जाएगी. इसके निर्माण और देखरेख का पूरा जिम्मा कोटा मेडिकल कॉलेज को दिया गया है. मेडिकल कॉलेज कोटा के प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना का कहना है कि 11 जिलों में नई लैब स्थापित की जा रही है, जिनमें बारां और बूंदी को भी शामिल किया गया है.
डॉ. सरदाना ने कहा कि हम टीम भेजकर वहां पर पूरी जानकारी ले रहे हैं, किस जगह पर लैब स्थापित की जानी चाहिए. इसके बाद तुरंत सिविल वर्क जल्द ही शुरू करवा रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द लैब स्थापित हो जाए, जिससे दोनों जिले खुद के टेस्ट करने के लिए आत्मनिर्भर हो जाएंगे. प्रिंसिपल डॉ. सरदाना के अनुसार राज्य सरकार ने दो करोड़ 10 लाख रुपए का बजट भी जारी कर दिया है. इन दोनों लैब को शुरू करवाने की जिम्मेदारी अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. राकेश शर्मा और माइक्रोबायोलॉजी के एचओडी डॉ. घनश्याम सोनी को दी है.
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प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना का कहना है कि मार्च माह के अंतिम सप्ताह में कोटा में कोरोना वायरस की जांच मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई थी. जिसकी क्षमता लगातार बढ़ रही है. अभी कोटा मेडिकल कॉलेज में 3000 से 3500 के बीच नमूनों की जांच एक दिन में हो सकती है. यहां पर कोटा जिले के साथ-साथ बारां, बूंदी और सवाई माधोपुर के भी नमूने आ रहे हैं. साथ ही उन्हें भी समय से रिपोर्ट भी दी जा रही है. डॉ. सरदाना ने बताया कि कोटा में रोज 2200 से 2500 के बीच नमूनों की जांच मेडिकल कॉलेज के लैब कर रही है. बारां और बूंदी की लैब शुरू हो जाने के बाद कोटा मेडिकल कॉलेज का भार भी कम होगा.