कोटा. नगर विकास न्यास की तरफ से भीतरी बाजार को जोड़ने के लिए 40 फीट चौड़ा रास्ता बनाया जा रहा है. इसके लिए पहले ही मकानों और दुकानों का अधिग्रहण नगर विकास न्यास ने स्थानीय लोगों की सहमति से कर लिया था. शनिवार को उन मकानों को तोड़ने का काम भी यूआईटी ने शुरू कर दिया है. शनिवार को 8 मकानों को तोड़ा गया है. इसके लिए बड़े स्तर पर यूआईटी के अधिकारी जेसीबी, ट्रैक्टर ट्रॉली और सभी सामानों को लेकर पहुंचे थे.
नगर विकास न्यास के अधिकारियों का कहना है कि 3 फेज में यह काम होगा, जिसमें पहले फेज के अंदर बस स्टैंड पर पीपली चौक तक अधिग्रहित 8 मकानों को तोड़ा गया है. इसके बाद आगामी फेज में पिपली चौक से चार खंबा तक दुकानों को तोड़ा जाएगा और चार खंबा से बजाजखाना तक यह रास्ता निकाला जाएगा. यह करीब 1 किलोमीटर लंबा रास्ता होगा, जो 40 फीट चौड़ा भी होगा.
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यूआईटी के सचिव राजेश जोशी का कहना है कि यह जो सड़क मार्ग निकल रहा है, इससे स्थानीय नागरिकों और जो भीतरी शहर के व्यापारी हैं उन्हें फायदा होगा. जिन लोगों के मकान और स्ट्रक्चर तोड़े गए हैं, उनसे पहले ही आपसी सहमति बनाई गई थी. साथ ही उन्हें उचित मुआवजा भी दिया गया है. वहीं, कार्रवाई के दौरान नगर विकास न्यास के तहसीलदार राम कल्याण घायल हो गए. एक पत्थर आकर उनके पैर पर लग गया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया.
स्थानीय नागरिकों के विरोध को देखते हुए पहले ही भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. पुलिस उप अधीक्षक तृतीय राम कल्याण मीणा, यूआईटी के थानाधिकारी आशीष भार्गव, मकबरा थानाधिकारी रणजीत सिंह और कोतवाली थाना अधिकारी हंसराज मीणा सहित भारी अमला तैनात था. सभी तरफ से आने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया था.