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कोटा के सॉफ्टवेयर इंजीनियर को दिल्ली के पास बदमाशों ने लूट के बाद ट्रेन से फेंका, दोनों पैर कटे

कोटा के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को शुक्रवार की सुबह ट्रेन से दिल्ली जाते समय बदमाशों ने लूटपाट की और इसके बाद विरोध करने पर ट्रेन से फेंक दिया. जिसके चलते उनके दोनों पंजे कट गए हैं. इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उनकी जान बचाने के लिए दोनों पैरों को काटा है.

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Published : Sep 8, 2019, 5:47 PM IST

बदमाशों ने ट्रेन से फेंका , kota news, engineer was thrown from the train

कोटा. जिले के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को ट्रेन से दिल्ली जाते समय बदमाशों ने लूटपाट की और इसके बाद विरोध करने पर ट्रेन से फेंक दिया. जिसके चलते उनके दोनों पंजे कट गए हैं. इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उनकी जान बचाने के लिए दोनों पैरों को काटा है. यह हादसा 6 सितंबर की सुबह ओखला स्टेशन के नजदीक हुआ है.

इंजीनियर को दिल्ली के पास बदमाशों ने लूट कर ट्रेन से फैंका

जानकारी के अनुसार, रेलवे से रिटायर घनश्याम शुक्ला कुन्हाड़ी एरिया में रहते हैं. उनका बेटा दीपक नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. दीपक 5 सितंबर की रात को इंदौर निजामुद्दीन एक्सप्रेस से कोटा से दिल्ली के सवार हुआ था. ट्रेन में जगह नहीं मिलने के कारण उसे सामान्य कोच में यात्रा करनी पड़ी. दीपक के परिचित मनोज दुबे ने बताया कि ओखला स्टेशन के नजदीक कुछ बदमाश ट्रेन धीमी होने पर सामान्य कोच में चढ़ गए. जिनके हाथ में लाठियां थी.

पढ़ें: जुआ खेलते पकड़े गए भाजपा के पूर्व विधायक समेत 6 गिरफ्तार, 4.15 लाख रुपए बरामद

इसके बाद उन्होंने कोच में यात्रियों से लूटपाट शुरू कर दी. दीपक ने विरोध किया तो उसका मोबाइल छीना उसे चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया. इससे दीपक के दोनों पैर के पंजे कट गए. घटना के कुछ देर बाद यात्रियों ने ट्रेन चेन पुलिंग कर रोकी और कोच में सवार यात्री उतर कर दीपक तक पहुंचे. साथ ही ऑटो से दिल्ली के अपोलो अस्पताल पहुंचाया.

जहां चिकित्सकों ने उपचार के दौरान दीपक के दोनों पैरों को उसकी जान बचाने के लिए काट दिया है. घटना के बाद से ही दीपक के परिजन दिल्ली में उसका इलाज कराने पहुंच गए हैं और उन्हें काफी रोष व्याप्त भी है. साथ ही इस घटना से पूरा परिवार दुखी और सदमे में है.

कोटा. जिले के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को ट्रेन से दिल्ली जाते समय बदमाशों ने लूटपाट की और इसके बाद विरोध करने पर ट्रेन से फेंक दिया. जिसके चलते उनके दोनों पंजे कट गए हैं. इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उनकी जान बचाने के लिए दोनों पैरों को काटा है. यह हादसा 6 सितंबर की सुबह ओखला स्टेशन के नजदीक हुआ है.

इंजीनियर को दिल्ली के पास बदमाशों ने लूट कर ट्रेन से फैंका

जानकारी के अनुसार, रेलवे से रिटायर घनश्याम शुक्ला कुन्हाड़ी एरिया में रहते हैं. उनका बेटा दीपक नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. दीपक 5 सितंबर की रात को इंदौर निजामुद्दीन एक्सप्रेस से कोटा से दिल्ली के सवार हुआ था. ट्रेन में जगह नहीं मिलने के कारण उसे सामान्य कोच में यात्रा करनी पड़ी. दीपक के परिचित मनोज दुबे ने बताया कि ओखला स्टेशन के नजदीक कुछ बदमाश ट्रेन धीमी होने पर सामान्य कोच में चढ़ गए. जिनके हाथ में लाठियां थी.

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इसके बाद उन्होंने कोच में यात्रियों से लूटपाट शुरू कर दी. दीपक ने विरोध किया तो उसका मोबाइल छीना उसे चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया. इससे दीपक के दोनों पैर के पंजे कट गए. घटना के कुछ देर बाद यात्रियों ने ट्रेन चेन पुलिंग कर रोकी और कोच में सवार यात्री उतर कर दीपक तक पहुंचे. साथ ही ऑटो से दिल्ली के अपोलो अस्पताल पहुंचाया.

जहां चिकित्सकों ने उपचार के दौरान दीपक के दोनों पैरों को उसकी जान बचाने के लिए काट दिया है. घटना के बाद से ही दीपक के परिजन दिल्ली में उसका इलाज कराने पहुंच गए हैं और उन्हें काफी रोष व्याप्त भी है. साथ ही इस घटना से पूरा परिवार दुखी और सदमे में है.

Intro:दीपक शुक्ला को ट्रेन से दिल्ली जाते समय बदमाशों ने लूटपाट की और इसके बाद विरोध करने पर ट्रेन से फेंक दिया. जिसके चलते उनके दोनों पंजे कट गए हैं इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उनकी जान बचाने के लिए दोनों पैरों को काटा है. यह हादसा 6 सितंबर की सुबह ओखला स्टेशन के नजदीक हुआ है.Body:कोटा.
कोटा के सॉफ्टवेयर इंजीनियर दीपक शुक्ला को ट्रेन से दिल्ली जाते समय बदमाशों ने लूटपाट की और इसके बाद विरोध करने पर ट्रेन से फेंक दिया. जिसके चलते उनके दोनों पंजे कट गए हैं इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उनकी जान बचाने के लिए दोनों पैरों को काटा है. यह हादसा 6 सितंबर की सुबह ओखला स्टेशन के नजदीक हुआ है.

जानकारी के अनुसार रेलवे से रिटायर घनश्याम शुक्ला कुन्हाड़ी एरिया में रहते हैं. उनका बेटा दीपक नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. दीपक 5 सितंबर की रात को इंदौर निजामुद्दीन एक्सप्रेस से कोटा से दिल्ली के सवार हुआ था. ट्रेन में जगह नहीं मिलने के कारण उसे सामान्य कोच में यात्रा करनी पड़ी. दीपक के परिचित मनोज दुबे ने बताया कि ओखला स्टेशन के नजदीक कुछ बदमाश ट्रेन धीमी होने पर सामान्य कोच में चढ़ गए. इनके हाथ में लाठियां थी. उन्होंने कोच में यात्रियों से लूटपाट शुरू कर दी. दीपक ने विरोध किया तो उसका मोबाइल छीना उसे चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया. इससे दीपक के दोनों पैर के पंजे कट गए.Conclusion:घटना के कुछ देर बाद यात्रियों ने ट्रेन चेन पुलिंग कर रोकी और कोच में सवार यात्री उतर कर दीपक तक पहुंचे. साथ ही ऑटो से दिल्ली के अपोलो अस्पताल पहुंचाया.
जहां चिकित्सकों ने उपचार के दौरान दीपक के दोनों पैरों को उसकी जान बचाने के लिए काट दिया है. घटना के बाद से ही दीपक के परिजन दिल्ली में उसका इलाज कराने पहुंच गए हैं और उन्हें काफी रोष व्याप्त भी है. साथ ही इस घटना से पूरा परिवार दुखी और सदमे में है.


बाइट-- मनोज दुबे, पीड़ित दीपक के परिजन
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