कोटा. उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना के बाद कोटा में भी आक्रोश बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को कलेक्ट्रेट पर कई सामाजिक संस्थाओं और राजनीतिक पार्टियों ने विरोध जताया है. कांग्रेस एससी एसटी प्रकोष्ठ की ओर से भी प्रदर्शन किया गया. बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता इस दौरान नारेबाजी की. उन्होंने मांग की है कि एक करोड़ रुपए का मुआवजा पीड़िता के परिजनों को मिले.
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इसके साथ ही एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की. यह भी मांग की कि पीड़िता के परिजनों को हाथरस में रहने के लिए घर दिया जाए. इस मामले को फास्ट ट्रैक न्यायालय में चलाया जाए और आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए. दूसरी तरफ समाज के लोगों ने भी आक्रोश रैली निकाली. बड़ी संख्या में लोग कलेक्ट्रेट तक पैदल ही रैली के रूप में पहुंचे. इन लोगों ने हत्यारों को फांसी देने की मांग की है.
प्रदर्शनकारियों ने उत्तर प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है. उनका कहना है कि इस मामले में यूपी की सरकार ने पुलिस पर दबाव बनाकर अनैतिक काम करवाया है. मृतका का शव परिजनों को सौंपने की जगह उसका अंतिम संस्कार खुद ही कर दिया परिजनों को उसका मुंह भी नहीं देखने दिया है. हालांकि दिनभर चले प्रदर्शनों में कोविड-19 के लिए जारी की गई गाइडलाइन की अवहेलना ही नजर आई. लोग सोशल डिस्टेंसिंग को तोड़ते हुए ही प्रदर्शनों में भाग ले रहे थे.