कोटा. बीते 2 माह से बंद पड़ी हुई नगरीय परिवहन सेवा की सिटी बसें जल्द ही संचालित होगी. इसके लिए शुक्रवार को कोटा बस सर्विस लिमिटेड के चेयरमैन और जिला कलेक्टर की अध्यक्षता नवीं बोर्ड बैठक आयोजित हुई.
इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि सोमवार यानी 2 दिसंबर को संवेदक फर्म आर्या ट्रांस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड बंद पड़ी सिटी बसों का संचालन करेगा. जिसके लिए उसे बकाया भुगतान की एवज में 3 करोड़ रुपए दिए जाएंगे. संवेदक ने भी भुगतान मिलने के बाद बस चलाने की बात बैठक में कही है. जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा का कहना है कि राज्य सरकार से ग्रांट नहीं मिलने के कारण नगर निगम नगरीय परिवहन बस सेवा की संवेदक फॉर्म आर्य ट्रांस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के साढ़े पांच करोड़ रुपए नहीं दे पा रहा है.
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वहीं राज्य सरकार ने भी ऑडिट ऑब्जेक्शन होने के चलते ग्रांट जारी नहीं की है. ऐसे में गत दिनों कोटा सिटी बस प्राइवेट लिमिटेड की आठवीं बोर्ड बैठक आयोजित की थी. जिसमें बस सर्विस लिमिटेड से जुड़े पूरे लेखा-जोखा की ऑडिट करवाने और राज्य सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया था. शुक्रवार को वह ऑडिट करवाकर पूरा लेखा-जोखा नवीं बोर्ड बैठक में आया, जिसको पास कर दिया है. अब राज्य सरकार को भेजा जाएगा. वहीं सोमवार से नगरीय परिवहन सेवा की बसों को संचालित करने के निर्देश संवेदक को दिए हैं. जिस पर संवेदक ने बकाया भुगतान के चलते डीजल नहीं मिलने और बसों का मेंटेनेंस नहीं होने की बात कही है. ऐसे में संवेदक को 3 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाएगा. जिसमें डेढ़ करोड़ रुपए नगर निगम और डेढ़ करोड़ रुपए नगर विकास न्यास से दिए जाएंगे.
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इस बैठक में नगर निगम आयुक्त वासुदेव मालावत, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी कुसुम राठौड़, पुलिस उप अधीक्षक ट्रैफिक नारायण लाल बिश्नोई, आर्या ट्रांस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे. बता दें कि सितंबर माह से ही नगरीय परिवहन की 24 बसें, जो 10 रूटों पर संचालित होती थी बंद है. इसका खामियाजा शहर के आमजन को उठाना पड़ रहा है. करीब रोजाना इनमें 8 से 10 हजार यात्री सफर करते थे.