कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन 2022 (JEE-MAIN) के नोटिफिकेशन का लगभग 9 लाख विद्यार्थियों को इंतजार है. सबसे अधिक चिंतित 12वीं बोर्ड में अध्ययनरत विद्यार्थी हैं, जिन्हें वर्ष 2022 में बोर्ड परीक्षा के साथ ही जेईई मेन व जेईई एडवांस्ड प्रवेश परीक्षाओं में सम्मिलित होना है.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि 12वीं सीबीएसई बोर्ड में अध्ययनरत विद्यार्थियों को आगामी मार्च व अप्रैल 2022 में 50 फीसदी सिलेबस के लिए सब्जेक्टिव पैटर्न पर आयोजित की जाने वाली बोर्ड परीक्षाओं में सम्मिलित होना है. ये विद्यार्थी हाल ही नवंबर व दिसंबर 2021 में 50 फीसदी सिलेबस के लिए ऑब्जेक्टिव पैटर्न पर आधारित बोर्ड परीक्षाओं में सम्मिलित हुए हैं. ऐसे में यदि 100 फीसदी सिलेबस के आधार पर जनवरी-फरवरी 2022 में जेईई मेन परीक्षा का आयोजन किया जाता है. इन विद्यार्थियों के लिए बोर्ड परीक्षाओं व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के मध्य संतुलन व तालमेल बैठाना आसान नहीं होगा.
बोर्ड परीक्षाओं व जेईई मेन व एडवांस्ड प्रवेश परीक्षाओं में बेहतर तालमेल व प्रदर्शन के लिए विद्यार्थियों को परीक्षाओं की आयोजन तिथियों और पैटर्न की सही समय पर जानकारी होना आवश्यक है. यह साल समाप्त होना है और ऐसी स्थिति में जनवरी 2022 में जेईई मेन का आयोजन आसान नहीं होगा. जेईई मेन 2022 का वर्ष 2021 की तरह 4 बार आयोजित किए जाने पर भी संशय है. ऐसे में विद्यार्थियों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. विद्यार्थियों की परेशानी को समझते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को जल्द ही जेईई मेन 2022 का नोटिफिकेशन जारी करना चाहिए, ताकि विद्यार्थियों को परीक्षा की तिथियों, पैटर्न व सिलेबस के बारे में पता चल सके.
शर्मा का मानना है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के नोटिफिकेशन को देरी से जारी करने का कोई औचित्य नजर नहीं आ रहा है. देश के लगभग सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में स्कूली शिक्षा ऑफलाइन मोड पर जारी है. कोविड-19 के कारण किसी तरह का कोई बड़ा व्यवधान भी नहीं है. ओबीसी, ईडब्ल्यूएस आरक्षण कोटे को लेकर किसी प्रकार का कोई विवाद भी नहीं है और हाल ही में सीबीएसई 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के पार्ट 1 का आयोजन भी बिना किसी व्यवधान के पूरा हुआ है. ऐसे में जेईई मेन 2022 का नोटिफिकेशन जारी कर रजिस्ट्रेशन व अन्य सभी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी कर लेनी चाहिए, ताकि आगामी शैक्षणिक सत्र समय पर शुरू हो.