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JEE MAIN 2021: तीसरे दिन के पेपर का एनालिसिस, Inorganic Chemistry के फैक्ट बेस्ड सवालों ने स्टूडेंट्स को किया परेशान

इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन (JEE Main) के चौथे और अंतिम चरण की परीक्षा का मंगलवार को तीसरा दिन था. इस परीक्षा के दोनों शिफ्टों में केमिस्ट्री विषय के इनॉर्गेनिक पार्ट से पूछे गए कुछ फैक्ट बेस्ड प्रश्नों ने विद्यार्थियों को परेशान किया. वहीं फिजिक्स विषय में कई प्रश्न पिछले प्रश्न पत्रों से रिपीट हुए.

JEE Main 2021, Kota news
JEE Main 2021
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Published : Aug 31, 2021, 7:39 PM IST

Updated : Aug 31, 2021, 7:54 PM IST

कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की आयोजित देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन (JEE main 2021 Exam analysis) के चौथे और अंतिम चरण मंगलवार को तीसरा दिन था. इस परीक्षा के दोनों शिफ्टों में केमिस्ट्री विषय के इनॉर्गेनिक पार्ट से पूछे गए कुछ फैक्ट बेस्ड प्रश्नों ने विद्यार्थियों को परेशान किया.

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा और निजी कोचिंग के निदेशक नितिन विजय ने बताया कि मॉर्निंग शिफ्ट में फिजिक्स विषय में कई प्रश्न पिछले प्रश्न पत्रों से रिपीट हुए. गणित विषय का प्रश्न-पत्र परंपरागत तौर पर लंबा ही रहा. मॉर्निंग शिफ्ट में फिजिक्स में कॉलम मैचिंग और केमिस्ट्री में असर्शन रीजन आधारित प्रश्न भी पूछे गए. बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड, बीओडी ऑफ क्लीन एंड पोल्यूटेड वॉटर, पोर्टलैंड सीमेंट के इनग्रेडिएंट्स और पॉलीमर नोवेलेक से संबंधित प्रश्नों ने निश्चित तौर पर डिस्टर्ब किया.

फिजिक्स : सेमीकंडक्टिंग-डिवाइसेज व करंट इलेक्ट्रिसिटी का पलड़ा भारी

मॉर्निंग शिफ्ट के प्रश्न पत्रों में सेमीकंडक्टिंग डिवाइसेज और करंट इलेक्ट्रिसिटी का पलड़ा काफी भारी रहा. सेमीकंडक्टिंग डिवाइसेज से वेव शैपिंग बाय डायोड और लॉजिक-गेट पर स्तरीय प्रश्न पूछे गए. करंट इलेक्ट्रिसिटी से आरसी-सर्किट, पोटेंशियल-ड्रॉप, इक्वलेंट-रेजिस्टेंस कैलकुलेशंस के साथ ही गेलवानोमीटर के अमीटर में परिवर्तन पर भी प्रश्न पूछा गया. शेष प्रश्न मॉडर्न-फिजिक्स, मैकेनिक्स, ग्रेविटेशन, प्रॉपर्टीज ऑफ मैटर और थर्मोडायनेमिक्स से पूछे गए. ऑप्टिक्स से 2 प्रश्न, मैकेनिक्स से 5 प्रश्न, थर्मोडायनामिक्स से 2 या 3 प्रश्न और सेमीकंडक्टर्स से 2 प्रश्न पूछे गए थे. न्यूमेरिकल टाइप प्रश्न थ्योरेटिकल प्रश्नों की तुलना में संख्या में अधिक थे. सभी लगभग न्यूमेरिकल सरल और फार्मूला आधारित थे.

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केमिस्ट्री: एनसीईआरटी आधारित था प्रश्न पत्र

केमिस्ट्री में मॉर्निंग-शिफ्ट के प्रश्न-पत्र में यदि इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री के फैक्ट-बेस्ड प्रश्नों को छोड़ दिया जाए तो प्रश्नपत्र का शेष भाग सामान्य रहा. ऑर्गेनिक केमिस्ट्री से आईयूपीएसी-नेमिंग,रिएक्टेंट, प्रोडक्ट्स और रिएजेंट्स से संबंधित प्रश्न पूछे गए. फिजिकल-केमिस्ट्री में इलेक्ट्रो-केमेस्ट्री, केमिकल-काइनेटिक्स और मोल-कंसेप्ट से परंपरागत प्रश्न पूछे गए. सरफेस-केमिस्ट्री, एक्सट्रैक्शन ऑफ मेटल्स, पॉलीमर्स और केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ से स्तरीय प्रश्न पूछे गए. फिजिकल, आर्गेनिक और इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री से लगभग समान संख्या में प्रश्न पूछे गए थे. न्यूमेरिकल बेस्ड सेक्शन में अधिकांश प्रश्न फिजिकल केमिस्ट्री से थे. पूरा पेपर एनसीईआरटी आधारित था.

यह भी पढ़ें. रीट को लेकर बढ़ा विवाद, बेरोजगारों ने मंत्रियों से 26 सितबर को परीक्षा कराने की लगाई गुहार

मैथमेटिक्स: मैथमेटिक्स फिर लंबा रहा, समय की कमी हुई महसूस

गणित के प्रश्नपत्र पूर्ववती प्रश्न-पत्रों की तरह ही लंबा रहा है. विद्यार्थियों ने समय की कमी महसूस की. मैथमेटिक्स के इन प्रश्न-पत्रों में प्रोग्रेशंस, कॉम्पलेक्स-नंबर और क्वाड्रेटिक-इक्वेशंस से सामान्य प्रश्न पूछे गए. देव शर्मा ने बताया कि प्रश्न पत्र में अलजेब्रा, कैलकुलस, कोऑर्डिनेट-ज्योमेट्री और वेक्टर-3डी सभी भागों से प्रश्न पूछे गए.

निजी कोचिंग के निदेशक नितिन विजय ने बताया कि कैलकुलस से 7 से 8 प्रश्न थे. एल्जेब्रा से 5 प्रश्न से कम नहीं थे और 3 से 4 प्रश्न वेक्टर और 3डी से थे और 4 प्रश्न कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री से थे. जिन छात्रों ने नियमित अभ्यास और मॉक टेस्ट पेपर रेगुलर बेसिस पर सॉल्व किए हैं, उन्हें इन पेपरों में अच्छा स्कोर करने में काफी मदद मिलेगी.

कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की आयोजित देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन (JEE main 2021 Exam analysis) के चौथे और अंतिम चरण मंगलवार को तीसरा दिन था. इस परीक्षा के दोनों शिफ्टों में केमिस्ट्री विषय के इनॉर्गेनिक पार्ट से पूछे गए कुछ फैक्ट बेस्ड प्रश्नों ने विद्यार्थियों को परेशान किया.

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा और निजी कोचिंग के निदेशक नितिन विजय ने बताया कि मॉर्निंग शिफ्ट में फिजिक्स विषय में कई प्रश्न पिछले प्रश्न पत्रों से रिपीट हुए. गणित विषय का प्रश्न-पत्र परंपरागत तौर पर लंबा ही रहा. मॉर्निंग शिफ्ट में फिजिक्स में कॉलम मैचिंग और केमिस्ट्री में असर्शन रीजन आधारित प्रश्न भी पूछे गए. बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड, बीओडी ऑफ क्लीन एंड पोल्यूटेड वॉटर, पोर्टलैंड सीमेंट के इनग्रेडिएंट्स और पॉलीमर नोवेलेक से संबंधित प्रश्नों ने निश्चित तौर पर डिस्टर्ब किया.

फिजिक्स : सेमीकंडक्टिंग-डिवाइसेज व करंट इलेक्ट्रिसिटी का पलड़ा भारी

मॉर्निंग शिफ्ट के प्रश्न पत्रों में सेमीकंडक्टिंग डिवाइसेज और करंट इलेक्ट्रिसिटी का पलड़ा काफी भारी रहा. सेमीकंडक्टिंग डिवाइसेज से वेव शैपिंग बाय डायोड और लॉजिक-गेट पर स्तरीय प्रश्न पूछे गए. करंट इलेक्ट्रिसिटी से आरसी-सर्किट, पोटेंशियल-ड्रॉप, इक्वलेंट-रेजिस्टेंस कैलकुलेशंस के साथ ही गेलवानोमीटर के अमीटर में परिवर्तन पर भी प्रश्न पूछा गया. शेष प्रश्न मॉडर्न-फिजिक्स, मैकेनिक्स, ग्रेविटेशन, प्रॉपर्टीज ऑफ मैटर और थर्मोडायनेमिक्स से पूछे गए. ऑप्टिक्स से 2 प्रश्न, मैकेनिक्स से 5 प्रश्न, थर्मोडायनामिक्स से 2 या 3 प्रश्न और सेमीकंडक्टर्स से 2 प्रश्न पूछे गए थे. न्यूमेरिकल टाइप प्रश्न थ्योरेटिकल प्रश्नों की तुलना में संख्या में अधिक थे. सभी लगभग न्यूमेरिकल सरल और फार्मूला आधारित थे.

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केमिस्ट्री: एनसीईआरटी आधारित था प्रश्न पत्र

केमिस्ट्री में मॉर्निंग-शिफ्ट के प्रश्न-पत्र में यदि इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री के फैक्ट-बेस्ड प्रश्नों को छोड़ दिया जाए तो प्रश्नपत्र का शेष भाग सामान्य रहा. ऑर्गेनिक केमिस्ट्री से आईयूपीएसी-नेमिंग,रिएक्टेंट, प्रोडक्ट्स और रिएजेंट्स से संबंधित प्रश्न पूछे गए. फिजिकल-केमिस्ट्री में इलेक्ट्रो-केमेस्ट्री, केमिकल-काइनेटिक्स और मोल-कंसेप्ट से परंपरागत प्रश्न पूछे गए. सरफेस-केमिस्ट्री, एक्सट्रैक्शन ऑफ मेटल्स, पॉलीमर्स और केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ से स्तरीय प्रश्न पूछे गए. फिजिकल, आर्गेनिक और इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री से लगभग समान संख्या में प्रश्न पूछे गए थे. न्यूमेरिकल बेस्ड सेक्शन में अधिकांश प्रश्न फिजिकल केमिस्ट्री से थे. पूरा पेपर एनसीईआरटी आधारित था.

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मैथमेटिक्स: मैथमेटिक्स फिर लंबा रहा, समय की कमी हुई महसूस

गणित के प्रश्नपत्र पूर्ववती प्रश्न-पत्रों की तरह ही लंबा रहा है. विद्यार्थियों ने समय की कमी महसूस की. मैथमेटिक्स के इन प्रश्न-पत्रों में प्रोग्रेशंस, कॉम्पलेक्स-नंबर और क्वाड्रेटिक-इक्वेशंस से सामान्य प्रश्न पूछे गए. देव शर्मा ने बताया कि प्रश्न पत्र में अलजेब्रा, कैलकुलस, कोऑर्डिनेट-ज्योमेट्री और वेक्टर-3डी सभी भागों से प्रश्न पूछे गए.

निजी कोचिंग के निदेशक नितिन विजय ने बताया कि कैलकुलस से 7 से 8 प्रश्न थे. एल्जेब्रा से 5 प्रश्न से कम नहीं थे और 3 से 4 प्रश्न वेक्टर और 3डी से थे और 4 प्रश्न कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री से थे. जिन छात्रों ने नियमित अभ्यास और मॉक टेस्ट पेपर रेगुलर बेसिस पर सॉल्व किए हैं, उन्हें इन पेपरों में अच्छा स्कोर करने में काफी मदद मिलेगी.

Last Updated : Aug 31, 2021, 7:54 PM IST
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