कोटा. शहर में लाखों की संख्या में कोचिंग छात्र पढ़ने आते हैं, लेकिन ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) एडवांस का एग्जाम सेंटर नहीं है. ऐसे में इन छात्रों को दूसरे शहरों में परीक्षा देने जाना पड़ता था. हालांकि 11 साल पहले कोटा में यह केंद्र था, लेकिन बाद में इसे यहां से दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया. इसकी मांग को लेकर लंबे समय से कोटा के लोग मांग कर रहे थे. अब लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के प्रयासों से कोटा को वापस जेईई एडवांस का परीक्षा केंद्र मिल जाएगा. इसके लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और आईआईटी दिल्ली ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है. जल्द ही इसके आदेश भी जारी हो जाएंगे.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इसके लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से बात की थी. साथ ही कोटा में पढ़ रहे बच्चों की परेशानी को देखते हुए जेईई एडवांस का केंद्र दोबारा शुरू करने को आवश्यक बताया था. इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन केंद्रीय मंत्री निशंक ने दिया था.
मानव संसाधन मंत्रालय के निर्देश मिलने के बाद ही 4 सदस्य समिति गठित कर दी गई, जो कोटा में जेईई 2020 और उसके बाद के परीक्षा के आवेदन की स्थिति का आकलन का रिपोर्ट तैयार करेगी. इस रिपोर्ट के आधार पर ही कोटा में जेईई एडवांस 2020 का भी परीक्षा केंद्र स्थापित होने के आदेश जारी होंगे.
यह भी पढ़ें- 7 सितंबर से आमजन के लिए खुल सकेंगे धार्मिक स्थल, लेकिन रहेंगी ये पाबंदियां
बता दें कि वर्ष 2009 के बाद ही जेईई एडवांस का सेंटर बिना कारण बताए ही कोटा से बंद कर दिया गया था. इस कारण कोटा में पढ़ रहे लाखों विद्यार्थियों को परीक्षा देने के लिए अन्य शहरों में जाना पड़ता था. इससे न सिर्फ विद्यार्थियों बल्कि उनके माता-पिता को भी परेशानी का सामना करना पड़ता था. केंद्र बंद होने होने के बाद हर साल की जेईई एडवांस परीक्षा के पहले कोटा के लोग यहां पर सेंटर देने की मांग करते थे.