कोटा. बाल कल्याण समिति कोटा के सामने पेश हुए नई दिल्ली की एक नाबालिग बच्ची से छेड़छाड़ और जबरन बाल विवाह का दबाव डालने के मामले में जीरो नंबर की एफआईआर जीआरपी थाना कोटा में कटवाएगी. जिसे नई दिल्ली के कटवारिया सराय पुलिस स्टेशन ट्रांसफर किया जाएगा. इस बालिका को बिना टिकट मिले जाने के बाद रेलवे के टिकट चेकिंग स्टाफ ने आरपीएफ को सौंपा था. आरपीएफ ने ही इसे चाइल्डलाइन के सुपुर्द किया और चाइल्डलाइन ने जब बाल कल्याण समिति के समक्ष किसे पेश किया, तब चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
पीड़िता ने अपने घर छोड़ने का कारण पड़ोस के परिवार को बताया है, जिनका नाबालिक बच्चा उसके साथ छेड़छाड़ करता था. साथ ही लड़के के परिजन पीड़िता के परिवार पर शादी का दबाव भी बना रहे थे. जानकारी के अनुसार 11 अप्रैल को राजधानी एक्सप्रेस से बिना टिकट पकड़ी गई 13 वर्षीय नाबालिग किशोरी बाल कल्याण समिति के समक्ष चाइल्ड लाइन में पेश किया. जिसके काउंसलिंग बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कनीज फातिमा ने की. जिसमें उसने बताया कि वह नई दिल्ली के कटवारिया सराय थाना इलाके की निवासी है. मूलता उनका परिवार बिहार का रहने वाला है और उसके पिता आटा चक्की लगाकर व्यवसाय करते हैं.
पड़ोस में रहने वाला एक नाबालिक लड़का उसे लगातार परेशान करता था. उसके साथ छेड़छाड़ भी कर रहा था. इस संबंध में जब पीड़िता ने अपने माता-पिता को बताया तो उन्होंने अपनी ही बेटी को डांटा. साथ ही किसी भी तरह की कोई शिकायत करने से इनकार कर दिया. इसके बाद भी लड़के ने छेड़छाड़ करना नहीं छोड़ा. यहां तक कि उसके परिजन भी दबंग किस्म के हैं, जो कि लगातार पीड़िता के माता-पिता पर शादी का दबाव बना रहे थे. इसी को लेकर लड़के के परिवार के लोगों ने पीड़िता के भाई के साथ मारपीट की थी. साथ ही घर में घुसकर पीड़िता को भी मारा, जिससे वह चोटिल भी हो गई है. इसके बाद वह अपने घर को छोड़ते हुए कहीं भी निकल जाने के लिए ट्रेन में सवार हो गई थी. पीड़िता ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कनीज फातिमा को बताया कि वह कक्षा 6 में पढ़ती थी. साथ ही इस पूरे मामले के बाद वह बुरी तरह से भरी हुई और परेशान थी.
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कनीज फातिमा का कहना है कि उन्होंने पीड़ित बालिका की मां से बात की है. उसने भी इसी तरह की पूरी कहानी बताई है. कनीज फातिमा का कहना है कि इस संबंध में दिल्ली के कटवारिया सराय थाने में एक मुकदमा भी पीड़िता के परिजनों ने गुमशुदगी का दर्ज करवाया है. हालांकि, जिस परिवार के बारे में पीड़िता बता रही है. वह दबंग बताया जा रहा है. ऐसे में कोटा जीआरपी थाने में ही जीरो नंबर की एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी. जिसमें आरोपी परिवार के खिलाफ पोक्सो एक्ट में कार्रवाई होगी. साथ ही षड्यंत्र में शामिल होने की धाराएं भी जोड़ी जाएगी.