कोटा. कोरोना के संक्रमण के चलते पूरे प्रदेश में लॉक डाउन है. इस दौरान जयपुर विद्युत वितरण निगम इमरजेंसी सेवाएं दे रहा है. वहीं, विद्युत विभाग के प्रबंध निदेशक ने एक अप्रैल से दस अप्रैल तक घरों में फीडर कर्मचारियों को रीडिंग लेने का आदेश दिया है. फीडर कर्मचारियों का कहना है कि घरो में जाने से कोरोना वायरस से संक्रमण फैलने का खतरा रहेगा. इसलिए वो सरकार से इस आदेश को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं.
कर्मचारियों ने बताया कि जयपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक ए.के. गुप्ता का आदेश निकाला है कि एक अप्रैल से दस अप्रैल तक घरों में लगे मीटरों की रीडिंग ली जाए. पूरे डिस्कॉम में 40 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं. ऐसे में आम जनता से मेलजोल बढ़ने से सोशल डिस्टेंस नहीं हो पाएगा और संक्रमण होने का अंदेशा बना रहेगा. उन्होंने बताया कि हालांकि विद्युत विभाग के अधिकारी इमरजेंसी सेवा दे रहे हैं.
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कर्मचारियों ने कहा कि लॉकडाउन के चलते घरों में जाकर रीडिंग लेना गलत है. ये काम दो महीने बाद किया जा सकता है. इसलिए मीडिया के माध्य्म से मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री से मांग कर रहे हैं कि कर्मचारी ओर जनता की सुरक्षा के लिए इस आदेश को निरस्त किया जाए. रीडिंग लेने जाने का आदेश दो महीने बाद जारी किया जाए.