कोटा. जिले में कोविड अस्पताल के तौर पर न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल कार्य कर रहा है. लेकिन, इस अस्पताल की लापरवाही का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. स्टाफ की लापरवाही के रोज नए मामले सामने आ रहे हैं. 2 दिन पहले मरीज की वार्ड में तड़पकर मौत का मामला सामने आया था, जिसकी अभी जांच चल रही है. वहीं, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के स्टाफ की संवेदनहीनता और लापरवाही का एक और मामला सामने आया है. ये मामला एक कोरोना संक्रमित महिला की मौत को लेकर हुए कन्फ्यूजन का है.
पढ़ें: कोरोना पर डूंगरपुर की सबसे बड़ी जीत, एक दिन में 73 मरीज डिस्चार्ज
मामले में साजीदेहडा के रहने वाले युवक ने बताया कि उनकी मां को कोरोना संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती करवाया था. इसी बीच 25 मई को न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल से फोन पर बताया गया कि उनकी मां का देहांत हो गया है. इसके कुछ ही देर बाद फोन आया कि उनकी मां का देहांत नहीं हुआ है, बल्कि उनकी मां के नाम से मिलते-जुलने नाम की अन्य महिला का देहांत हुआ है. ऐसे में युवक को शक हुआ कि अस्पताल में लापरवाही बरती जा रही है.
पढ़ें:भरतपुर: सब्जी मंडी से फैल रहा शहर में संक्रमण, डॉक्टर भी मिले Corona Positive
साजीदेहडा के रहने वाले युवक के मुताबिक इसके बाद फिर 28 मई को उसे सूचना दी गई कि उनकी मां की मौत हो गई है. इसके बाद प्रशासन ने ही अंतिम संस्कार कर दिया और उनकी मां का चेहरा तक नहीं दिखाया गया. ऐसे में उसे उनकी मौत को लेकर भरोसा नहीं हो रहा था. इस बीच शनिवार देर शाम एक बार फिर फोन आया. फोन पर पूछा गया कि आपका जो मरीज ठीक हो गया है, वो कहां है. इस पर युवक ने कहा कि मैंने तो अस्पताल में भर्ती करवाया था. इसके बाद उसे अस्पताल में बुलाया गया और तलाशने के लिए कहा गया. बाद में जब डॉक्टर्स से बात हुई तो उन्होंने बताया कि आपकी मां की तो 28 मई को ही मृत्यु हो चुकी है.
साजीदेहडा के रहने वाले युवक का कहना है कि 25 मई को जिस महिला का नाम लेकर फोन पर कहा गया था कि उनकी मौत हो चुकी है, वो अस्पताल में ही है. ऐसे में अभी भी संदेह हो रहा है.