कोटा. देश की एकमात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET-2020 रविवार को आयोजित हो रही है. कोरोना वायरस को देखते हुए इस बार सेंटर की संख्या नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बढ़ा दी है. कोटा में भी 44 सेंटरों पर 18 हजार से ज्यादा विद्यार्थी परीक्षा देंगे. एक्सपर्ट के अनुसार कोविड-19 को देखते हुए जो अभ्यर्थी कोविड-19 से संक्रमित होगा, उसकी परीक्षा इस बार आइसोलेशन में करवाई जाएगी.
हालांकि, उसे पूरे बचाव के साथ ही सेंटर पर पहुंचना होगा और सेंटर के सुपरिटेंडेंट से बात कर अपनी वस्तु स्थिति बतानी होगी. इसके बाद उसके लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी. कोटा के एक्सपर्ट परिजात मिश्रा का कहना है कि इसके लिए पीपीई किट सहित अन्य व्यवस्थाएं भी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट परीक्षा केंद्रों पर करवाई है.
कोटा सेंटर्स पर परीक्षा देने आए छात्र भी हुए परेशान
दूसरी तरफ दूर-दूर से परीक्षा देने के लिए विद्यार्थी कोटा आ रहे हैं, जो लॉकडाउन के बाद अपने घरों को लौट गए थे. इन छात्रों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है. इनके भी सेंटर नहीं बदले गए हैं. उत्तराखंड से परीक्षा देने आई रश्मि का कहना है कि वह अपने पैरेंट्स के साथ प्राइवेट व्हीकल से ही कोटा आई है क्योंकि उत्तराखंड में बसें नहीं चल रही है. हालांकि, सभी स्टूडेंट इस तरह से प्राइवेट व्हीकल अफोर्ड नहीं कर पाते हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मास्क पहनकर परीक्षा देना एक बड़ी चुनौती भी है.
इसी तरह से बिहार से परीक्षा देने आए मोहम्मद साजिद का कहना है कि पहले उसे दिल्ली जाना पड़ा. उसके बाद दिल्ली से ट्रेन के जरिए कोटा आया है. हालांकि, लॉकडाउन में उसने अच्छी पढ़ाई कर ली थी. इसके चलते उसे समस्या नहीं है. उनका कहना है कि परीक्षा की पूरी तैयारी है, ऐसे में अगर एग्जाम हो जाता है तो स्ट्रेस खत्म हो जाएगा.
इसी तरह बिहार के सारण जिले से कोटा परीक्षा देने आए संजय कुमार का कहना है कि लॉकडाउन में तैयारी तो उनकी अच्छी हो गई थी, लेकिन अभी कोटा का सफर करने में काफी समस्या हुई है. उनका कहना है कि उनके पास कोचिंग की तरफ से पूरे मॉड्यूल और नोट्स थे और घर पर कोई परेशानी भी नहीं थी. इसके चलते अच्छी पढ़ाई उन्होंने कर ली है.