कोटा. कोटा मेडिकल कॉलेज स्तर पर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिसमें कोरोना पॉजिटिव मरीज को नेगेटिव बता दिया गया. वहीं मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव होने की जानकारी मिलने के बाद उसे MBS अस्पताल के कोविड-19 सस्पेक्टेड वार्ड से मेडिकल वार्ड में भेज दिया गया. इस लापरवाही से अब समान्य मरीजों और डॉक्टरों के ऊपर भी कोरोना का खतरा मंडरा रहा है.
जिले में कोरोना पीड़ित 3 नए मरीज सामने आए हैं. इन्हें मिलाकर कोटा में कोरोना केस का आंकड़ा 534 पर पहुंच गया है. कोटा मेडिकल कॉलेज स्तर पर एक लापरवाही सामने आई है. जिसमें पॉजिटिव मरीज को नेगेटिव बना दिया गया. मरीज को पहले एमबीएस अस्पताल के कोविड-19 सस्पेक्टेड वार्ड में एडमिट किया गया था. जिसके बाद रिपोर्ट नेगेटिव होने की जानकारी मिलने के बाद उसे वहां से शिफ्ट करते हुए मेडिकल वार्ड में भेज दिया. जहां पर अब अन्य मरीजों के ऊपर भी संकट आ गया है. साथ ही उसके उपचार में लगे हुए डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ पर भी संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. हालांकि, अब जब मरीज के पॉजिटिव होने की रिपोर्ट जारी की गई है. तब उसे नए अस्पताल में संचालित कोविड-19 हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जा रहा है.
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इसी तरह विज्ञान नगर निवासी 44 वर्षीय व्यक्ति भी बुखार से पीड़ित था. उसकी रिपोर्ट में भी गलफत हुई है. उसे भी पहले नेगेटिव बताया गया था, लेकिन अब पॉजिटिव होने की जानकारी दी गई है. यह मरीज कुछ दिन पहले झालावाड़ गया था. यह मरीज मार्केटिंग का कार्य करता है. पिछले कुछ दिनों से इसे बुखार आ रही थी. जिसके बाद उसने विज्ञान नगर व दादाबाड़ी के फिजीशियन से उपचार करवाया था. इसके बाद उसने कोविड-19 टेस्ट करवाया. जिसके बाद वह कोरोना पॉजिटिव निकला है.
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इसके अलावा कोटडी भोई मोहल्ला निवासी 40 साल का युवक भी पॉजिटिव मिला है. युवक ने बुखार आने पर तिलक नगर के निजी अस्पताल में दिखाया था. जिसके बाद कोविड-19 टेस्ट की सलाह उसे दी गई थी.