कोटा. इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर गुरुवार को देहात कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सरोज मीणा ने डीसीसी दफ्तर की चाबी मांगी. लेकिन सरोज मीणा का कहना है कि शहर जिलाध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने उन्हें चाबी नहीं दी. ऐसे में उन्हें डीसीसी दफ्तर के बाहर सड़क पर ही इंदिरा गांधी की जयंती मनानी पड़ी. हालांकि यह लोग पहले प्रदर्शन के रूप में सड़क पर ही बैठ गए और बाद में इंदिरा गांधी की तस्वीर लाकर वहीं पर कार्यक्रम का आयोजन किया.
जिला कांग्रेस कमेटी के दफ्तर की चाबी को लेकर देहात और शहर कांग्रेस कमेटी के बीच में विवाद छिड़ गया है. इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर आज देहात कांग्रेस की जिला अध्यक्ष सरोज मीणा ने डीसीसी दफ्तर की चाबी मांगी थी. सरोज मीणा का कहना है कि शहर जिलाध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने चाबी देने से मना कर दिया. ऐसे में उन्हें डीसीसी दफ्तर के बाहर सड़क पर ही इंदिरा गांधी की जयंती मनानी पड़ी.
हालांकि कार्यकर्ती पहले प्रदर्शन के रूप में सड़क पर बैठ गए थे लेकिन बाद में इंदिरा गांधी की तस्वीर लाकर वहीं पर कार्यक्रम का आयोजन किया. इस मामले में सरोज मीणा ने जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि जिला कांग्रेस कमेटी का दफ्तर शहर जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी की जागीर नहीं है. मैं अपने घर के कार्यक्रम के लिए चाबी नहीं मांग रही थी. यह कांग्रेस कमेटी और पार्टी का कार्यक्रम है.
सरोज मीणा ने कहा कि जब रविंद्र त्यागी से उनके पदाधिकारियों ने चाबी मांगी, तो उन्होंने ठीक से बात भी नहीं की. साथ ही चाबी देने से भी इनकार कर दिया है. उन्होंने यह भी कह दिया कि उनके साथ हमेशा ही भेदभाव किया जाता है. राहुल गांधी का दौरा हो या फिर अन्य बड़े पदाधिकारियों का, उन्हें पास भी नहीं दिए जाते हैं. साथ ही जब वरिष्ठ नेता कोटा के दौरे पर आते हैं और देहात की कार्यकारिणी के अध्यक्ष से संपर्क करना चाहते हैं, तो यह लोग मिलने भी नहीं देते हैं.
इस संबंध में सरोज मीणा का कहना है कि वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उच्चाधिकारियों को इस मामले में अवगत कराएंगी. हालांकि बाद में कोटा शहर के उपमहापौर से वे चाबी लेकर पहुंची तो उन्होंने कहा कि अब कार्यक्रम ही पूरा हो गया है, चाबी की जरूरत नहीं.