कोटा. कोरोना संक्रमण के बाद भी संक्रमित इलाकों के कंटेंटमेंट जोन की सीमा अलग-अलग तय की जा रही है. जिससे कई संक्रमित इलाकों में व्यापारिक गतिविधियां चल रही है क्योंकि वहां 3 किलोमीटर कंटेंटमेंट जोन की जगह बेहद सीमित क्षेत्र में ही कर्फ्यू लगाया गया है. कंटेंटमेंट जोन ऐसे तय किए हैं, जिसके बाद हर व्यापारिक गतिविधि संचालित हो रही है. यहां तक कि शराब की दुकानें भी खुली हुई है. जिससे कभी भी संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
जिले में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ने के बावजूद भी संक्रमित इलाकों के कंटेंटमेंट जोन की सीमा अलग-अलग तय की जा रही है. जिससे कई संक्रमित इलाकों में व्यापारिक गतिविधियां चल रही है क्योंकि यहां 3 किलोमीटर के कंटेंटमेंट जोन की जगह बेहद सीमित क्षेत्र में ही कर्फ्यू लगाया गया है. जिससे कभी भी संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.कंटेंटमेंट जोन की रेंज पर बात करते हुए कोटा सीएमएचओ डॉ. बीएस तंवर ने बताया कि जिस इलाके में कोई कोरोना संक्रमित मरीज मिलता है, उस इलाके में उसे केंद्र मानते हुए 1 किलोमीटर तक जीरो मोबीलिटी क्षेत्र माना जाता है. साथ ही 3 किलोमीटर का कंटेंटमेंट जोन माना जाता है, जहां किसी भी तरह की गतिविधियां प्रतिबंधित रहती है.
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इसके अलावा भी 2 किलोमीटर का एरिया बफर जोन माना जाता है, जहां पर भी गतिविधियां कम से कम रखी जाती है, लेकिन कोटा के कई इलाकों में कम्यनिटी फैलाव नहीं होने की बात पर 3 किलोमीटर के एरिए को घटा कर बेहद कम कर दिया गया है. जिसके चलते अब ऐसे कई कंटेंटमेंट एरिया में शराब की दुकान तक खोल दी गई है. जिससे लगातार संक्रमण बढ़ने का खतरा बना हुआ है.
बता दें कि कोटा में लगभग 6 कंटेंटमेंट जोन है. जिनकी जद में 8 थाना एरिया है. जिले में अब तक कुल 234 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके है. मकबरा और रामगंजमंडी इलाके से एक साथ शुरू हुए कोरोना हॉट स्पॉट से धीरे-धीरे शहर के सभी कोनों में आज कोरोना वायरस अपनी एंट्री ले चुका है.